मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन जिले की घट्टीया तहसील क्षेत्र के अंतर्गत गांव झितरखेड़ी में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. ग्रामीणों ने टीम पर जमकर पथराव किया, जिसमें पुलिसकर्मियों, जेसीबी चालक सहित कुल 9 लोग घायल हो गए. इसके साथ ही पुलिस वाहन और जेसीबी में भी तोड़फोड़ की गई. पथराव करने वालों में पुरुषों के साथ ही बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. ग्रामीणों को हटाने के लिए पुलिस ने भी हल्का बल प्रयोग किया.
एसडीएम संजय साहू ने बताया कि झीतर खेड़ी गांव में आधा बीघा सरकारी जमीन पर डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा के पास किसी ने तार फेंसिंग कर जमीन पर अतिक्रमण कर लिया था. ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि जमीन पर पहले सभी वर्ग के कार्यक्रम होते थे, लेकिन अतिक्रमण के बाद सब बंद हो गए. अतिक्रमण की शिकायत के बाद शुक्रवार दोपहर को पुलिस बल के साथ टीम पहुंची थी. तार फेंसिंग को हटाने के बाद जब टीम रवाना हो रही थी, इसी दौरान कुछ लोगों ने पहले जेसीबी पर और फिर पुलिस की टीम पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. इसके बाद गांव में हंगामा मच गया. इस बीच पत्थरबाजी से जेसीबी चालक और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है. इस वीडियो में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष उत्पात मचाते नजर आ रहे हैं. वहीं कई पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ लगाते दिख रहे हैं.
ग्रामीणों के पथराव के दौरान एसडीएम संजय साहू सहित पुलिस के आला अधिकारियों के वाहन फंस गए. इस बीच एसडीएम को उनके सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षित गाड़ी में बैठाकर रवाना किया. पत्थरबाजी में कुल 9 लोग घायल हुए हैं, जिसमें पीएस यादव, वीरेंद्र परिहार, सुरसिंह बामनिया, बाबूलाल पटेल, साक्षी जोशी, अरविन्द यादव, मोहन लाल, शिव शंकर और जेसीबी चालक शामिल है.
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