- उद्धव ठाकरे ने बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार पर सवाल उठाए हैं
- ठाकरे ने चुनाव परिणामों में विरोधाभास बताते हुए कहा कि जनता की प्रतिक्रिया के बावजूद तेजस्वी यादव हार गए
- ठाकरे ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार पर उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाए हैं. बिहार पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर नतीजे ऐसे ही आने थे, तो फिर तेजस्वी की रैलियों में इतनी भीड़ क्यों थी? बिहार चुनाव में आरजेडी को सिर्फ 25 सीटें मिली हैं. इसके बाद एक बार फिर विपक्षी चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं.
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा- ‘जो जीता वही सिकंदर', लेकिन असली बात कोई समझ नहीं पा रहा है कि सिकंदर जीत कैसे रहा है? अगर तेजस्वी यादव हार रहे थे, तो उनकी सभाओं में इतनी बड़ी भीड़ कैसे आ रही थी? क्या वो AI से थे? जहां जनता इतनी बड़ी प्रतिक्रिया दे रही है, वे हार रहे हैं और जिनके कार्यक्रमों में कोई खास प्रतिक्रिया नहीं है, वे जीत रहे हैं.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ₹10,000 भी एक चुनावी फैक्टर है, लेकिन जनता रोज-रोज जो तकलीफ़ झेल रही है, वही असली सच्चाई है. हम महाराष्ट्र के बारे में सवाल पूछ रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग कोई जवाब नहीं दे रहा.
कांग्रेस के बीएमसी चुनावों में अकेले लड़ने के सवाल पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे अपने पार्टी के लिए निर्णय ले सकते हैं, और हम अपने लिए निर्णय लेंगे. वे रीजनल पार्टियों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. किसी को उन्हें राष्ट्रगीत याद दिलाना चाहिए. “पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा”.
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