उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के आरोपी किसान प्रह्लाद सिंह और उनके साथी शक्ति सिंह की मदद से पकड़े गए थे.
Udaipur Killing: राजस्थान के उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड (Kanhaiya Lal Murder case) में दो बहादुर ग्रामीणों ने हत्यारों का 35 किलोमीटर से अधिक दूरी तक पीछा किया था और उन्हें तब तक नहीं छोड़ा था जब तक कि पुलिस ने आकर उन्हें पकड़ नहीं लिया. बाइक पर भागने की कोशिश करते रहे हत्या के आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज अख्तरी का दो किसान प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह ने पीछा किया था. सामाजिक संगठनों ने इन बहादुर किसानों को नौकरी देने और इनाम देने की मांग की है.
पुलिस से गुप्त सूचना मिलने पर प्रह्लाद सिंह और उसके दोस्त शक्ति सिंह ने हत्यारों का पीछा किया था और उन्हें तब तक नहीं छोड़ा जब तक कि पुलिस ने आकर उन्हें पकड़ नहीं लिया. उन्होंने हत्यारों को अपने गांव से भागते हुए देख लिया था. दोनों ने उनका 35 किलोमीटर तक पीछा किया. वे आरोपियों का पीछा करते हुए उनके बारे में पुलिस को लगातार सूचना दे रहे थे.
प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह की ममद से पुलिस कन्हैया लाल के हत्यारों को पकड़ने में सफल रही. हत्याकांड में मुख्य आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को घटना के कुछ घंटे बाद ही पिछले सप्ताह मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. दो अन्य आरोपियों, मोहसिन और आसिफ को कन्हैया की दुकान की रेकी करने और साजिश के आरोप में पिछले गुरुवार की रात में गिरफ्तार किया गया था. यह चारों 12 जुलाई तक के लिए नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की हिरासत में हैं.
एनआईए ने कन्हैया लाल हत्याकांड में गिरफ्तार एक आरोपी मोहम्मद मोहसिन को मंगलवार को विशेष अदालत में पेश किया. अदालत ने उसे 12 जुलाई तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया. विशेष लोक अभियोजक टीपी शर्मा ने बताया कि मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने मोहम्मद मोहसिन को 12 जुलाई तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया.
सूत्रों ने बताया कि मोहम्मद मोहसिन को कन्हैया की दुकान की रेकी करने और साजिश रचने के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था.
गौरतलब है कि उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की दो लोगों ने चाकू से हमला करके हत्या कर दी थी. आरोपियों ने अपराध का ऑनलाइन वीडियो भी पोस्ट पोस्ट किया था. इन दोनों आरोपियों को घटना के कुछ घंटों बाद राजसमंद के भीम क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था.