त्रिपुरा की सभी 60 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को मतदान हुआ. शाम 5 बजे तक 80% मतदान हुआ. हालांकि, ये डेटा अभी अपडेट हो सकता है. चुनाव के नतीजे 2 मार्च को आएंगे. निर्वाचन आयोग ने बताया कि त्रिपुरा में आज संपन्न मतदान ‘‘ कुल मिलाकर हिंसा मुक्त रहा''. सालों बाद ब्रू जनजाति के लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. अंतिम आंकड़े शुक्रवार को सामने आएंगे.
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि आयोग से कहीं भी अबतक दोबारा मतदान कराने की मांग नहीं की गई है. आयोग ने कहा, ‘‘ अबतक किसी बड़ी हिंसक घटना या उम्मीदवार या चुनाव एजेंट पर हमले या मतदाताओं को धमकाने, बम फेंकने , दोबारा चुनाव कराने या इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को नुकसान पहुंचाने की खबर नहीं मिली है. जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान 168 स्थानों से दोबारा मतदान कराने की मांग की गई थी. आज 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा के लिए हुआ मतदान कुल मिलाकार शांतिपूर्ण रहा और अबतक कहीं से दोबारा मतदान की मांग नहीं की गई है.''
उन्होंने बताया कि हिंसा की ‘छिटपुट' घटनाओं से स्थानीय टीम निपट रही हैं. आयोग ने बताया कि कई सालों में पहली बार ब्रू जनजाति के मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. ब्रू जनजाति के मतदाताओं को पंजीकृत करने के लिए विशेष प्रयास किए गए थे. कुल 14,055 अर्हता प्राप्त ब्रू मतदाताओं ने राज्य के 12 स्थानों पर पंजीकरण कराया था. चार जिलों में स्थित इन स्थानों पर ब्रू जनजाति के लोगों ने मतदान किया.
आयोग ने बताया कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने में इस्तेमाल करीब 1.79 करोड़ रुपये की नकदी, मादक पदार्थ, बहुमूल्य धातु और मुफ्त में बांटने की सामग्री जब्त की गई थी. इसमें इस बार 25 गुना वृद्धि देखी गई और राज्य से 44.67 करोड़ की नकदी व अन्य सामग्री अबतक जब्त की गई है.
ये भी पढ़ें:-
"मैं अपनी दुनिया का राजा": गुप्त गठबंधन पर एनडीटीवी से त्रिपुरा के पूर्व शाही परिवार के वंशज
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)