मणिपुर की स्थिती पर चर्चा के लिए आदिवासी नेता गृहमंत्री अमित शाह से करेंगे मुलाकात

मणिपुर की आबादी में मेइती लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासियों में नगा और कुकी शामिल हैं और इनकी संख्या करीब 40 प्रतिशत है.और ये मुख्य रूप से पर्वतीय जिलों में रहते हैं

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नई दिल्ली:

मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्य की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए मणिपुर के कुकी-ज़ो आदिवासी संगठनों का एक प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताह के अंत गृहमंत्री से मुलाकात कर सकता है. यह मुलाकात दिल्ली में होने की संभावना है. प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्रालय के अधिकारियों से yR मिलने की संभावना है.  गृह मंत्री और गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने वाले आदिवासी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में स्वदेशी आदिवासी नेता मंच (आईटीएलएफ), आदिवासी एकता समिति, कुकी इंपी मणिपुर, ज़ोमी काउंसिल, हिल ट्राइबल काउंसिल के नेता शामिल होंगे. 

आईटीएलएफ के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग ने कहा कि आदिवासी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल सोमवार देर रात दिल्ली पहुंचेगा. उनके मंगलवार या बुधवार को गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने की उम्मीद है. 

आईटीएलएफ के सूत्रों ने कहा कि वे मणिपुर में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति और मई 2023 से जातीय हिंसा से प्रभावित लोगों की परेशानी पर चर्चा करेंगे. 

मुख्यमंत्री ने भी गृहमंत्री से की थी बात

गौरतलब है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार को गृहमंत्री से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद सीएम ने कहा था कि  केंद्र सरकार राज्य के लोगों के हित में ‘‘कुछ महत्वपूर्ण निर्णय'' लेने की तैयारी में है.  सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया था कि मुझे नयी दिल्ली में माननीय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. गहन विचार विमर्श में शामिल होकर, हमने अपने राज्य से संबंधित सर्वोपरि महत्व के मामलों पर चर्चा की. आश्वस्त रहें, भारत सरकार मणिपुर के लोगों के हित में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने की तैयारी में है. 

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