शिवसेना के दोनों गुटों की तरफ से मुंबई में दशहरा रैली का आयोजन किया गया. एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से रैली बीकेसी में आयोजित किया गया. रैली को संबोधित करते हुए सीएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला. ठाकरे द्वारा गद्दार कहे जाने पर पलटवार करते हुए शिंदे ने कहा कि गद्दारी तो हुई लेकिन अभी नहीं 2019 में हुई थी. पिछले दो महीनों से वे हमें गद्दार और खोखे बुला रहे हैं. हमने 2019 में मिलकर 2019 चुनाव लड़ा लेकिन बाद में अप्राकृतिक गठबंधन किया. उस समय हमने गद्दारी की बालासाहेब की विचारधारा से और मतदाताओं के साथ. लोगों ने शिवसेना बीजेपी को वोट दिया था. चुनाव में एक तरफ बालासाहेब की तस्वीर थी और दूसरी तरफ पीएम मोदी की. लोगों ने इस गठबंधन को वोट दिया और लोगों को उम्मीद थी कि यह गठबंधन सरकार बनाएगा.
बताते चलें कि शिवाजी पार्क में लोगों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि 'जो साजिश करे वो ही कटप्पा है. ठाकरे ने कहा कि अभी डॉक्टरों ने मुझे झुकने की अनुमति नहीं दी है लेकिन मैं जनता के सामने नतमस्तक हुए बिना रह नहीं सकता हूं. उन्होंने कहा कि कहा जा रहा था कि शिवसेना का क्या होगा? यहां की भीड़ देखकर अब सवाल है गद्दारों का क्या होगा? सभी एकनिष्ठ जमा हुए हैं. हर साल की तरह इस बार भी रावण जलेगा. लेकिन इस बार रावण अलग है. ये खोखा सुर है. धोखा सुर है.उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिनको सब दिया वो धोखा देकर गए. जिन्हे मैने कुछ नही दिया वो हमारे साथ हैं.