मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 4 महीने से भी कम समय में 5 वयस्क चीतों और 3 चीता शावकों की मौत के बाद राज्य सरकार ने सोमवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ-वन्यजीव) को उनके पद से हटा दिया. नवीनतम मौत (केएनपी के खुले जंगलों में एक अर्ध-वयस्क चीता सूरज की मौत) के तीन दिन बाद 1987 बैच के भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी जेएस चौहान को राज्य वन में पीसीसीएफ-वन्यजीव के पद से स्थानांतरित कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश सरकार ने सोमवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) जे एस चौहान को हटाकर उनके स्थान पर असीम श्रीवास्तव को नियुक्त किया है. एक आधिकारिक आदेश के अनुसार चौहान अब श्रीवास्तव के स्थान पर पीसीसीएफ (उत्पादन) मुख्यालय, भोपाल होंगे. तत्काल प्रभाव से लागू हुए इस आदेश में चौहान के तबादले का कारण नहीं बताया गया है.
यह तबादला पिछले सप्ताह चार दिनों में कूनो नेशनल पार्क (केएनपी) में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए दो नर चीतों की मौत की पृष्ठभूमि में हुआ है. पिछले मार्च से कूनो में मरने वाले चीतों की संख्या कुल आठ हो गयी है, जिसमें केएनपी में पैदा हुए तीन शावक भी शामिल हैं. चौहान दो दिन पहले केएनपी पहुंचे थे और सोमवार को भोपाल लौटे. महत्वपूर्ण बात यह है कि यह चौहान ही थे, जिन्होंने कथित तौर पर कुछ सप्ताह पहले एनटीसीए को केएनपी से कुछ चीतों को वैकल्पिक स्थल पर स्थानांतरित करने के लिए लिख कर कहा था कि केएनपी इतने सारे चीतों को संभालने में सक्षम नहीं है.