महाराष्ट्र के जलगांव में बुधवार शाम को एक ट्रेन में आग की अफवाह के बाद पटरी पर उतर गए कुछ यात्री पास की पटरी पर विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए. इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई. रेल हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मची थी. रेलवे ट्रैक के आसपास कई लाशें पड़ी थी.
चश्मदीद ने बताया कि हादसे के बाद घटनास्थल पर हाहाकार मचा हुआ था. पटरी के आसपास शव पड़े थे. लोग इधर-उधर भाग रहे थे. हादसे 10-15 मिनट के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों की मदद की.
जलगांव ट्रेन हादसा: चश्मदीद ने क्या बताया?
चश्मदीद यात्री ने बताया कि रास्ते में जाते समय अचानक ट्रेन में ब्रेक लग गई, जिसके बाद कुछ यात्रियों ने आग लगने की सूचना दी. इसने अफरातफरी मचा दी और लोग खिड़की से कूदने लगे या गेट से बाहर भागने लगे. तभी दूसरी ट्रेन आ गई और कई लोग हादसे का शिकार हो गए. इस दुर्घटना में 8-10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. लोग यह समझ नहीं पा रहे थे कि कहां जाएं. 10 मिनट के भीतर ही सहायता के लिए लोग घटनास्थल पर पहुंच गए.
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एक स्थानीय पत्रकार ने बताया, 'मुझे एक स्थानीय व्यक्ति का फ़ोन आया जिसने बताया कि एक भीषण ट्रेन दुर्घटना हुई है. घटनास्थल पर एसपी और कई अन्य अधिकारी पहुंच चुके हैं. यह एक अत्यंत गंभीर हादसा है जहां रेलवे ट्रैक पर कई शव बिखरे पड़े हैं और चारों तरफ खून ही खून दिखाई दे रहा है.
CM ने किया मुआवजे का ऐलान
महाराष्ट्र के जलगांव के परांडा रेलवे स्टेशन पर पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के बाद कई लोग ट्रेन से कूद गए, जिन्हें कर्नाटक एक्सप्रेस ने रौंद दिया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जलगांव में बहुत दुखद घटना घटी है. कुछ लोगों को ऐसा लगा कि ट्रेन में से धुआं उठ रहा है इसलिए वो ट्रेन से खुद ही कूद गए और सामने से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसके चलते ये दुर्घटना घटी है.