दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामलों में आए उछाल के बाद केंद्र सरकार अलर्ट मोड में है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को एक्सपर्ट्स ग्रुप के साथ बैठक की थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को बैठक कर कोविड को लेकर स्थिति और किए जा रहे उपायों की समीक्षा की. कोविड को लेकर बढ़ी चिंता के बीच केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी (Tourism Minister G Kishen Reddy)ने NDTV से बातचीत में कहा कि भारत में विदेशी और घरेलू पर्यटकों को कोरोना की गाइडलाइन और प्रोटोकॉल को गंभीरता से फॉलो करना चाहिए. उन्होंने कहा, "सभी राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की गई है कि वह लोगों से मास्क और कोविड-19 कॉल का पालन करने की सलाह दें और सोशल गाइडलाइंस को फॉलो करें." गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने आने वाले फेस्टिव सीजन को देखते हुए राज्यों को सतर्क रहने और मास्क-सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूकता फैलाने को कहा गया है.
गौरतलब है कि भारत में इस समय सार्वजनिक समारोहों या पर्यटन स्थलों के लिए कोई कोविड-19 प्रोटोकॉल लागू नहीं है. कोविड नेशनल टास्क फोर्स की बैठक भी अप्रैल महीने से अब तक नहीं हुई है. इसके कई सदस्य रिटायर हो चुके हैं. साल 2020 में टास्क फोर्स की 108 मीटिंग, 2021 में 44 और इस साल केवल 7 बैठक हुई हैं. टास्क फोर्स का गठन मार्च 2020 में किया गया था. कोरोना के लिए गठित नेशनल टास्क फोर्स की मुख्य तौर पर जिम्मेदारी महामारी को लेकर नीतियां बनाने की है. 24 सदस्य वाले इस टास्क फोर्स के एक चौथाई सदस्य या तो रिटायर हो गए हैं या फिर उस पद पर अब नहीं हैं. ओमिक्रॉन का BF.7 वेरिएंट जो चीन में इस समय कहर बरपा रहा है, अमेरिका, ब्रिटेन सहित बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों में भी पाया गया है. विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना का BF.7 वेरिएंट तेज़ी से फैलता है और इसके लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और डायरिया हैं. चीन में BF.7 वेरिएंट के चलते ही बड़े पैमाने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं.
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