RSS की शीर्ष बैठक में बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमलों, पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर होगी चर्चा!

गुरुवार से शनिवार तक धारवाड़ में होने जा रही है बैठक पिछले दो साल में RSS की आमने-सामने होने वाली पहली बैठक होगी. पिछले साल, RSS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को कोविड महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था.

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RSS प्रमुख मोहन भागवत तथा संगठन में नंबर दो दत्तात्रेय होसबोले भी बैठक में शामिल होंगे...
नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की कर्नाटक में होने जा रही तीन-दिवसीय बैठक के एजेंडे में बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए हमलों पर प्रस्ताव पारित करना, ईंधन की बढ़ती कीमतों पर चर्चा करना तथा पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) के लिए रणनीति तैयार करना शामिल है.

गुरुवार से शनिवार तक धारवाड़ में होने जा रही है बैठक पिछले दो साल में RSS की आमने-सामने होने वाली पहली बैठक होगी. पिछले साल, RSS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को कोविड महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था.

RSS प्रमुख, यानी सरसंघचालक मोहन भागवत तथा संगठन में नंबर दो की हैसियत पर मौजूद दत्तात्रेय होसबोले भी 350 से अधिक पदाधिकारियों के साथ होने जा रही इस बैठक में शामिल होंगे. BJP महासचिव बी.एल. संतोष भी RSS की इस बैठक में शिरकत करेंगे.

RSS के प्रतिनिधियों का कहना है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों के विरुद्ध बैठक के अंत में एक प्रस्ताव प्रस्तुत किए की संभावना है. यह प्रस्ताव काफी अहम है, क्योंकि RSS के कई पदाधिकारी तथा सत्तासीन BJP भी दुर्गापूजा उत्सव के दौरान बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर किए गए हमलों की आलोचना कर चुके हैं.

चर्चा के लिए अलिखित एजेंडे में शामिल होने के चलते RSS द्वारा देश में बढ़ती ईंधन की कीमतों पर भी चर्चा किए जाने की संभावना है. सूत्रों का कहना है कि संगठन का मानना है कि सरकार के राजस्व सृजन तथा जनहितों के बीच संतुलन बनाए रखा जाने की आवश्यकता है. RSS की ओर से सरकार को लगातार बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने के लिए बेहतर हल तलाशने का सुझाव दिया जा सकता है.

अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में BJP की जीत की संभावनाओं पर चर्चा भी RSS कर सकती है.

एजेंडा में शामिल किए गए अन्य मुद्दों में भारत की आज़ादी के 75वें साल में कार्यक्रमों का रोडमैप और पिछले दो वर्ष में RSS द्वारा किए गए COVID-19 से जुड़े राहत कार्यों की समीक्षा भी शामिल हैं.

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इसके अलावा, RSS की स्थापना की शताब्दी पर किए जाने कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी निर्णय किया जाएगा. RSS की स्थापना को 2025 में 100 वर्ष पूरे होंगे.

देखें VIDEO: जम्मू-कश्मीर में हुई हत्याओं पर भागवत बोले - सतर्कता ज़रूरी

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