कोरोना कर्फ्यू के दौरान कार्रवाई से बचने के लिए लोग नए-नए तरीके आजमा रहे हैं ऐसा ही एक दिलचस्प वाकया मध्य प्रदेश खंडवा के मुंदी ग्राम में सामने आया है जहां कोरोना कर्फ्यू से बचने के लिए एक व्यक्ति ने नकली दूल्हा बनकर प्रशासन को चकमा देने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया. जानकारी के अनुसार, मुंदी ग्राम के माता चौक में नायब तहसीलदार कुणाल अवास्या और CMO संजय गीते, कोरोना कर्फ्यू का पालन करवा रहे थे. इस दौरान बेवजह बाहर घूमने वालों पर कार्रवाई भी की जा रही थी. इसी बीच एक चार पहिया वाहन को रोका गया जिसमे वाहन की अगली सीट पर एक युवक गले मे फूलों की माला पहने दूल्हा बना बैठा था. पूछताछ की गई तो तो चार पहिया वाहन में सवार लोगों ने कहा कि बारात ले जा रहे हैं. इन लोगों से जब बारात की परमिशन मांगी गई तो बगल झांकने लगे.
इस बीच SDM ने कडा रूख अख्तियार किया तो पता चला कि जिस युवक को दूल्हा बताकर बारात ले जाना बताया जा रहा है वह दुल्हा और बाराती 'फर्जी' था. यही नहीं, वाहन में कोविड गाइड लाइन से ज्यादा लोग बैठे थे. जब गाड़ी थाने में खड़ी कराने की चेतावनी दी गई तो कथित दूल्हे प्रदीप बमनारे ने हाथ जोड़ते हुए माफी मांगी और बताया कि उसने माला पहनकर टीका लगाकर दूल्हे का फर्जी रूप धारण किया है.
बाद मे सही-सही जानकारी देते बताया कि हम लोग इन्दौर से सनावद व्हाया मूंदी होकर हरसूद जा रहे है यहां हरसूद से बहन को बिठाकर भोपाल ले जाना है. फर्जी बारात और फर्जी दूल्हे का मामला उजागर होने पर एसडीएम ने कथित दूल्हे पर कार्रवाई के आदेश दिए. नगर पंचायत सीएमओ संजय गीते ने मामले में पांच हजार का जुर्माना किया है. साथ ही चेतावनी दी गई आइन्दा ऐसी हरकत नही करें.