रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने (Cash For Query) के आरोपों में घिरीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को उनकी पार्टी ने नई जिम्मेदारी दी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मोइत्रा को कृष्णानगर (नदिया नॉर्थ) जिले का पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया है. रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में महुआ के खिलाफ पार्लियामेंट एथिक्स कमेटी (Ethics Committee)ने जांच पूरी करने के बाद रिपोर्ट 10 नवंबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को भेज दी है. अब स्पीकर इस मामले में आगे क्या एक्शन हो, इसका फैसला लेंगे.
टीएमसी सांसद महुआ बनर्जी ने इस नई जिम्मेदारी के लिए पार्टी प्रमुख और सीएम ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा किया है. महुआ बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, "मुझे कृष्णानगर (नादिया उत्तर) का जिला अध्यक्ष नियुक्त करने के लिएममता दीदी और तृणमूल कांग्रेस को धन्यवाद. मैं कृष्णानगर के लोगों के लिए पार्टी के साथ हमेशा काम करूंगी."
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लगाए थे आरोप
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी थी. इसमें उन्होंने आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे. दुबे ने महुआ के एक्स पार्टनर और वकील जय अनंत देहद्राई की लिखी चिट्ठी को आधार बनाकर ये आरोप लगाए थे.
कमेटी ने की मोइत्रा की सांसदी रद्द करने की सिफारिश
जांच में एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा के अपराध को गंभीर माना है. सूत्रों के मुताबिक, कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है. मोइत्रा के खिलाफ इस रिपोर्ट को कमेटी ने गुरुवार की मीटिंग में मंजूरी दी थी. इस रिपोर्ट के समर्थन में 6 और विरोध में 4 सांसदों ने वोट किए थे.
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