PM Modi Cabinet 2.0 reshuffle: तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ'ब्रायन (Derek O'Brien) ने पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार (PM Narendra Modi's Cabinet reshuffle) में पश्चिम बंगाल की उपेक्षा पर सवाल उठाया है. ओ'ब्रायन ने इस मसले पर एक ट्वीट किया और इसमें मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्रियों का राज्यवार 'ब्रेकअप' दिया. उन्होंने अपने राज्य पश्चिम बंगाल के अलावा तमिलनाडु और केरल से भी कोई केंद्र सरकार में कोई कैबिनेट मंत्री नहीं होने की ओर ध्यान दिलाया. TMC से राज्यसभा सांसद ओ'ब्रायन ने अपने ट्वीट में लिखा, 'केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्रियों का राज्यवार 'ब्रेकअप'. विपक्ष का सांसद होने के नाते इस तथ्य को सामने रखना मेरी जिम्मेदारी है.'
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ओ'ब्रायन के ग्राफिक के अनुसार, चार राज्यों यूपी, मध्य प्रदेश, गुजरात और बिहार से मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्रियों की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है. इन चारों राज्यों से चार-चार सांसद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. महाराष्ट्र से तीन सांसदों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि झारखंड, कर्नाटक और राजस्थान से दो-दो सांसद कैबिनेट मंत्री बनने में सफल रहे हैं. ओ'ब्रायन ने ग्राफिक के माध्यम से संभवत: इस बात को रेखांकित करने का प्रयास किया है कि असम, ओडिशा, अरुणाचल, हिमाचल और तेलंगाना जैसे छोटे राज्य से भी एक-एक कैबिनेट मंत्री बनाया गया लेकिन बंगाल, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों के किसी भी सांसद को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री पद नहीं मिला.
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गौरतलब है कि पीएम मोदी के कैबिनेट के बुधवार को हुए विस्तार में 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली. कैबिनेट फेरबदल में जहां कई नए मंत्री बनाए गए हैं, वहीं अच्छा प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों को 'प्रमोट' भी किया गया है. कैबिनेट में शामिल नए मंत्रियों में नारायण राणे, सर्वानंद सोनोवाल, वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया और पशुपति कुमार पारस प्रमुख हैं. किरेन रिजीजू, हरदीप सिंह पुरी और मनसुख मंडाविया सहित कुछ मंत्रियों को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से प्रमोट करते हुए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है.