- मदान मित्रा ने गैंगरेप पर विवादित टिप्पणी की थी.
- तृणमूल कांग्रेस ने मित्रा के बयान की निंदा की थी.
- मित्रा ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि उनके बयान का दुरुपयोग किया गया है.
- मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई, तीन तृणमूल छात्र संगठन से जुड़े हैं.
लॉ स्टूडेंट्स गैंगरेप मामले पर विवादास्पद टिप्पणी देने के बाद तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी विधायक मदन मित्रा ने अब अपनी सफाई पेश की है और कहा कि उनके बयान को गलत समझा गया है. दरअसल कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक 24 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना पर मदन मित्रा ने विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा था कि अगर लड़की अपने साथ कुछ दोस्तों को ले जाती तो सामूहिक दुष्कर्म की घटना नहीं होती.... तृणमूल कांग्रेस ने मित्रा के बयान से खुद को अलग कर इसकी निंदा की थी.
पार्टी की और से बयान की निंदा किए जाने के बाद मित्रा ने अपनी सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत समझा गया और पार्टी की छवि खराब करने के लिए एक प्रेरित समूह द्वारा इसका इस्तेमाल किया गया है. विधायक ने लिखा, "मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता एक समूह ने मेरे बयान का दुरुपयोग किया है, जिसका मूल उद्देश्य हमारे पार्टी एआईटीसी (तृणमूल कांग्रेस) की छवि को खराब करना था, ताकि मेरे बयान को गलत तरीके से अपने स्वयं के उद्देश्य को पूरा किया जा सके."
"मैंने अभी-अभी एआईटीसी का बयान पढ़ा है और मैं अपनी पार्टी हाईकमान से अनुरोध करता हूं कि वे मुझे गलत न समझें. मैं अपने बयान को स्पष्ट करने के लिए किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं. मुझे विश्वास है कि मेरी पार्टी इस मामले में आगे कोई भी कदम उठाने से पहले दो बार विचार करेगी."
तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर मित्रा के बयान की निंदा की थी. तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा, "ये विचार किसी भी तरह से पार्टी की स्थिति को नहीं दर्शाते हैं. हमारा रुख दृढ़ है; महिलाओं के खिलाफ अपराधों के प्रति हमारी शून्य सहिष्णुता है और हम इस जघन्य अपराध में शामिल सभी लोगों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग करते हैं."
मामले में चार आरोपी गिफ्तार
इस मामले में कुल चार लोगों की गिरफ्तारी की गई है. जिसमें से तीन आरोपी तृणमूल कांग्रेस की छात्र शाखा (तृणमूल छत्र परिषद) से जुड़े हैं. वहीं, इस घटना को लेकर बढ़ते जन आक्रोश के बीच कोलकाता पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. एक अधिकारी ने बताया कि 25 जून को दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज परिसर में गार्ड रूम के अंदर हुए अपराध में अबतक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अधिकारी ने बताया कि महाविद्यालय के गार्ड को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.
उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा गार्ड को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि हमने पाया कि उसके जवाब विसंगतियां थीं. महाविद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी में उसकी उपस्थिति दर्ज हुई है.''