देश में जारी कोरोना महामारी की दूसरी लहर (Corona Second Wave) और पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा (West Bengal Violence) जैसे मुद्दों पर मंथन करने के लिए आरएसएस (RSS) के शीर्ष नेता तीन दिन तक दिल्ली में रहेंगे. संघ सूत्रों के मुताबिक संघ की तीन दिवसीय बैठक का आयोजन तीन से पांच जून तक होगा. इस बैठक में शीर्ष के दस नेता मौजूद होंगे. सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, पांचों सहसरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, मुकुंद, अरुण कुमार और रामदत्त चक्रधर इस बैठक में शामिल होंगे. इनके अलावा सुरेश सोनी, भैय्याजी जोशी और भागैया भी बैठक में शिरकत करेंगे.
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संघ सूत्रों की मानें तो यह रूटीन बैठक है. इसमें अगले एक महीने के संघ के कार्यक्रमों पर चर्चा होगी. कोरोना से उपजी परिस्थितियों और इसके लिए चलाए जा रहे संघ परिवार के सेवा कार्यों की समीक्षा की जाएगी. कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनज़र तैयारियों पर जोर दिया जाएगा. पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा पर भी चर्चा की जाएगी. संभवतः देश की राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा होगी.
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गौर करने वाली बात यह है कि इस बैठक में केवल संघ के शीर्ष नेता ही मौजूद रहेंगे. संघ सूत्रों के मुताबिक बैठक में बीजेपी या अन्य किसी संगठन के नेता शामिल नहीं होंगे.