दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर इस बार कर्तव्य पथ पर 45 हजार दर्शक देख सकेंगे परेड

इस बार 32,000 टिकट ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे और 12,000 ई-निमंत्रण कार्ड जारी किए जाएंगे, कुछ फिजिकल टिकट भी जनता के लिए बेचे जाएंगे

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प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार कुल 45,000 दर्शक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड देखने आएंगे. इससे पहले हर साल गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 1.25 लाख से अधिक लोगों को आमंत्रित किया जाता था. केवल कोविड काल के दौरान लगभग 25,000 लोगों को ही आमंत्रित किया गया था. 

रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कहा कि इस बार 32,000 टिकट ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे और 12,000 ई-निमंत्रण कार्ड जारी किए जाएंगे.  हालांकि कुछ फिजिकल टिकट भी जनता के लिए बेचे जाएंगे. संख्या कम करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'हमने वीवीआईपी निमंत्रण कार्डों की संख्या कम कर दी है. पहले यह 50 - 60 हजार से अधिक हुआ करती थी. अब इसे घटाकर 12,000 कर दिया गया है. आम जनता के लिए संख्या में कोई कटौती नहीं की गई है.

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं. मिस्र का 120 सदस्यीय दल पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च करेगा. बीटिंग द रिट्रीट समारोह के लिए कुल सीटों का 10 प्रतिशत आम जनता के लिए आरक्षित किया गया है, जिनकी संख्या 1,250 है. इस साल 16 राज्यों और छह केंद्रीय मंत्रालयों की झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी.

इस वर्ष के गणतंत्र दिवस समारोह की थीम के बारे में गिरिधर अरमाने ने बताया कि जनभागीदारी गणतंत्र दिवस समारोह का विषय है, जिसका अर्थ है अधिक लोगों की भागीदारी. सब कुछ उसी के अनुसार आयोजित किया जाएगा.

उन्होंने यह भी कहा कि सेंट्रल विस्टा परियोजनाओं के श्रमजीवी (मजदूर) और उनके परिवार के सदस्य, कर्तव्य पथ के रखरखाव कार्यकर्ता, दूध बूथ विक्रेता, सब्जी विक्रेता और छोटे किराना विक्रेता इस कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित व्यक्ति होंगे. उन्हें अग्रिम पंक्ति में दाहिनी ओर बैठाया जाएगा. गणतंत्र दिवस परेड के लिए वैध टिकट या निमंत्रण पत्र रखने वाले दर्शकों के लिए मेट्रो स्टेशन से आसानी से परेड स्थल पर जाने का इंतजाम होगा. 

इस बार समारोह 23 जनवरी से स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन समारोह के साथ सैन्य टैटू और आदिवासी नृत्य के साथ शुरू होगा.  यह दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में दो दिनों तक आयोजित किया जाएगा.

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मिलिट्री टैटू व ट्राइबल डांस में हॉर्स शो, खुखरी डांस, गड़का, मल्लखंब, कलरीपायटू, थंगटा, मोटरसाइकिल डिस्प्ले, एयर वॉरियर ड्रिल टीम, नेवी बैंड, पान मोटर और हॉट एयर बैलून जैसे कार्यक्रम होंगे. देश भर से कुल 20 तरह के जनजातीय ग्रुप आएंगे जो आयोजन के दौरान "आदि शौर्य" का प्रतिनिधित्व करने वाले आदिवासी नृत्य का प्रदर्शन करेंगे. साथ ही बॉलीवुड सिंगर कैलाश खेर भी दर्शकों का मनोरंजन करेंगे.

परेड देखने के लिए 19 देशों के 198 विदेशी कैडेटों को आमंत्रित किया गया है.  इनमें 32 अधिकारी और 166 कैडेट हैं जो 27 जनवरी को प्रधानमंत्री की एनसीसी रैली में भी भाग लेंगे.

आत्मानिर्भर भारत पहल पर ध्यान केंद्रित करते हुए कुछ मेक-इन-इंडिया उत्पादों को परेड के दौरान प्रदर्शित किया जाएगा, जिनमें मुख्य युद्धक टैंक, एनएजी मिसाइल प्रणाली, के9 वज्र, ब्रह्मोस, आकाश मिसाइल, एडवांस लाइट हेलीकाप्टर शामिल हैं.

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बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी के दौरान पिछले साल की तरह इस बार भी ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा.

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