दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ED (प्रवर्तन निदेशालय) के समन पर अपना जवाब दिया है. उन्होंने अपने जवाब में लिखा है कि मैं हर कानूनी समन मानने को तैयार हूं. लेकिन ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह ही गैर-कानूनी है. सीएम केजरीवाल ने साथ ही कहा है कि ईडी का यह समन पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. ऐसे में इस समन को वापस लिया जाना चाहिए. ईडी को भेजे अपने जवाब में सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया है. मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है.
सूत्रों ने बताया कि सीएम केजरीवाल को गुरुवार यानी आज ही दिन ईडी के सामने पेश होना था. लेकिन केजरीवाल फिलहाल विपश्यना के लिए गए हैं. ऐसे में ईडी के समन पर भी पूछताछ के लिए पेश नहीं हो पाएंगे. बता दें कि इससे पहले सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए 2 नवंबर को भी बुलाया गया था. वो उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे. उस दौरान वह मध्यप्रदेश के चुनाव में प्रचार के लिए गए थे.
क्या गिरफ्तार हो सकते हैं केजरीवाल ?
ऐसी भी चर्चाएं हैं कि सीएम केजरीवाल को पूछताछ के बाद ही गिरफ्तार किया जा सकता है. हालांकि, सीएम केजरीवाल ने ईडी के इस समन को गैर-कानूनी और राजनीति से प्रेरित बताया है. बता दें कि गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट का सामना करने से पहले केजरीवाल केवल तीन बार सम्मन छोड़ सकते हैं. अगर वो तीन बार के बाद भी समन पर नहीं पहुंचे तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है.
बीजेपी को केजरीवाल से लगता है डर- भारद्वाज
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कुछ दिन पहले कहा था कि जितने मुकदमे आप के विधायकों और मंत्रियों पर हुए और जिस तरीक से अब सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है, उससे साफ है कि बीजेपी को उनसे डर लगता है. अगर बीजेपी और प्रधानमंत्री को किसी से डर है सत्ता का, तो वो अरविंद केजरीवाल हैं. वो चाहते हैं कि किसी तरीके से दिल्ली की सत्ता से अरविंद केजरीवाल को हटाया जाए. वे जान गए हैं कि अगर केजरीवाल को सत्ता से हटाना है तो चुनाव लड़कर तो बीजेपी नहीं हटा सकती है, साजिश करके हटाया जा सकता है."