- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्रंप-ममदानी की मुलाकात पर टिप्पणी की है.
- उन्होंने ट्रंप और ममदानी की दोस्ताना मुलाकात को लोकतंत्र के उदाहरण के रूप में पेश किया.
- थरूर ने कहा कि चुनावी मुकाबला तीखा होना चाहिए लेकिन उसके बाद सभी दलों को मिलकर देश की सेवा करनी चाहिए.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लोकतंत्र की सही भावना को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि चुनावों में विचारों के लिए पूरी ताकत से लड़ना चाहिए, लेकिन जब जनता अपना फैसला दे देती है, तो राजनीतिक दलों को राष्ट्रहित में सहयोग करना चाहिए.
थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क सिटी के मेयर-इलेक्ट ज़ोहरन ममदानी की मुलाकात का उदाहरण देते हुए लिखा, 'लोकतंत्र को इसी तरह काम करना चाहिए. चुनावों में अपने विचारों के लिए पूरी लगन से लड़ें, बिना किसी बयानबाज़ी की रोक-टोक के. लेकिन एक बार जब चुनाव खत्म हो जाए और लोग अपनी बात कह दें, तो उस राष्ट्र के साझा हितों में एक-दूसरे का सहयोग करना सीखें जिसकी सेवा करने का आप दोनों ने संकल्प लिया है. मैं भारत में भी ऐसा ही देखना चाहूंगा और मैं अपनी भूमिका निभाने की कोशिश कर रहा हूं.'
थरूर का संदेश: चुनावी लड़ाई तक सीमित रहें मतभेद
थरूर ने कहा कि लोकतंत्र में चुनावी मुकाबला तीखा होना चाहिए, लेकिन उसके बाद सभी दलों को मिलकर देश की सेवा करनी चाहिए. उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे खुद इस दिशा में कोशिश कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- मेरी सोच बदल गई है... न्यूयॉर्क मेयर ममदानी से मुलाकात के बाद ट्रंप के बदल गए सुर
अमेरिका का उदाहरण क्यों दिया?
बताते चलें कि ट्रंप और ममदानी ने न्यूयॉर्क मेयर चुनाव के दौरान एक-दूसरे पर तीखे हमले किए थे, लेकिन चुनाव के बाद व्हाइट हाउस में उनकी मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने भारत में भी ऐसी राजनीतिक शालीनता की जरूरत बताई.
चुनाव से पहले लड़ते दिखे थे ममदानी और ट्रंप
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क शहर के नवनिर्वाचित मुस्लिम मेयर जोहरान ममदानी से व्हाइट हाउस में मुलाकात की. ममदानी पर तीखे हमले करने वाले ट्रंप के सुर मुलाकात के बाद बदले नजर आए. उन्होंने कहा कि हमने मतभेदों की बजाय जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए साझा लक्ष्यों पर फोकस किया है. राष्ट्रपति ने पहले कहा था कि ममदानी एक '100 प्रतिशत कम्युनिस्ट पागल' और 'पूरी तरह से पागल' हैं. वहीं ममदानी ने ट्रंप प्रशासन को 'अधिनायकवादी' कहा था और खुद को 'डोनाल्ड ट्रंप का सबसे बुरा सपना' बताया था. ट्रंप के बेटे ने भी ममदानी को हिंदू और यहूदी विरोधी बताया था.
ट्रंप ने की ममदानी की तारीफ
ट्रंप ने कहा, 'हमारे बीच एक बात समान है, हम चाहते हैं कि हमारा यह शहर, जिसे हम प्यार करते हैं, अविश्वसनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन करे.' उन्होंने ममदानी के चुनावी प्रदर्शन की भी प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने इस दौड़ में 'कई चतुर लोगों' को हराया है. न्यूयॉर्क शहर के नवनिर्वाचित मेयर ने संवाददाताओं को बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी मुलाकात काफी फलदायी रही और दोनों नेताओं ने अपने साझा गृहनगर के प्रति प्रेम व्यक्त किया. ममदानी ने ओवल ऑफिस में कहा, 'राष्ट्रपति के साथ बिताया गया समय मेरे लिए बहुत अच्छा रहा. बातचीत की सराहना करता हूं. मैं न्यूयॉर्कवासियों के लिए वह किफायती सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं.'













