पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नौ केंद्रीय मंत्रियों सहित राज्यसभा के कम से कम 54 सदस्यों का कार्यकाल मंगलवार और बुधवार को समाप्त हो रहा है. इनमें से कुछ उच्च सदन में नहीं लौटेंगे. पूर्व प्रधानमंत्री सिंह की 33 साल की संसदीय पारी का बुधवार (3 अप्रैल) को समापन होगा. यह उस समय हो रहा है, जब कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी पहली बार उच्च सदन में पहुंच रही हैं.
सोनिया गांधी पहली बार राजस्थान से उच्च सदन में प्रवेश करेंगी.केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री परषोत्तम रूपाला, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन का राज्यसभा का कार्यकाल मंगलवार को पूरा हो गया.
पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो जाएगा. वैष्णव को छोड़कर ये सभी केंद्रीय मंत्री लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिन्हें उच्च सदन में एक और कार्यकाल नहीं दिया गया है. वैष्णव और मुरुगन को राज्यसभा में एक और कार्यकाल दिया गया है.
उच्च सदन से सेवानिवृत्त होने वालों में समाजवादी पार्टी की जया बच्चन भी शामिल हैं, जिन्हें उनकी पार्टी ने एक और कार्यकाल के लिए फिर से नामित किया है. ऐसे ही मनोज कुमार झा हैं, जिन्हें उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार से राज्यसभा के एक और कार्यकाल के लिए फिर से नामित किया है. नासिर हुसैन (कांग्रेस) का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है, जिन्हें कर्नाटक से फिर से नामित किया गया है.
सेवानिवृत्त होने वाले अन्य लोगों में भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी शामिल हैं, जो उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का भी राज्यसभा में कार्यकाल समाप्त हो रहा है और उन्हें पार्टी ने दोबारा नामित नहीं किया है.