केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने NDTV से कहा कि, भारत की जी 20 की जो प्रेसीडेंसी रही है वह बहुत अहम और बहुत डिफाइनिंग रही है. इसका एक सबूत यह है कि, ऐसे मुश्किल समय में भी, जो जियोपॉलिटिकली मुश्किल समय में भी एक डिक्लेरेशन को दुनिया के सभी देश मान रहे हैं और सहमति जता रहे हैं. यह हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व के बारे में और हमारे देश के नेतृत्व के बारे में एक तरह से बहुत ही अहम सिग्नल है.
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि, दुनिया के देश मान रहे हैं कि जो मैसेज भारत दे रहा है, इन्क्लूजन का, डेवलपमेंट का, प्रॉस्पेरिटी का, डीपीआई का, सस्टेनेबिलिटी का, यह मैसेज दुनिया आने वाले सालों में और दशकों में इस रास्ते पर चलेगी, यह एक तरह से इसका सबूत है कि डिक्लेरेशन मान लिया गया है.
उन्होंने कहा कि डीपीआई के बारे में दुनिया के सभी देश और सभी लोग मान रहे हैं कि जो विजन प्रधानमंत्री मोदी जी ने नौ साल पहले 2015 में देश के सामने रखा था टेक्नालॉजी के द्वारा हम लोगों के जीवन में बदलाव लाएंगे, उसकी ताकत है , जो पांच दशकों में दुनिया के देश नहीं कर पाए, हमने नौ साल में करके दिखाया है. मैं मानता हूं कि डीपीआई का जो नरेटिव और डीपीआई में जो एग्रीमेंट हुआ है, दुनिया के देशों में, उसका बहुत ही अहम प्रभाव पड़ेगा, आने वाले सालों में दुनिया के देशों के हित के लिए टेक्नालॉजी का एक तरह से इम्पेक्ट होगा.