देश का सबसे बड़ा रावण कहां बना है, क्या आपको पता है. 1 अक्टूबर को जब भारी बारिश ने दिल्ली, नोएडा से लेकर मध्य प्रदेश तक दशानन के पुतलों को भिगो डाला, उस वक्त भी इस रावण का बाल बांका नहीं हुआ. राजस्थान के शहर कोटा में आज ये देश का सबसे बड़ा रावण जलेगा. 22 मंजिल ऊंची इमारत जितना ऊंचे इस रावण को विशालकाय क्रेन की मदद से खड़ा किया गया. चार महीने की मेहनत से तैयार कारीगरों ने रावण के पुतले को खड़ा किया था.
इससे पहले मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी तथा मेला अधिकारी अशोक कुमार त्यागी द्वारा दहन स्थल पर बनाए गए सीमेंटेड फाउंडेशन पर भूमि पूजन किया गया. इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देवताओं का आह्वान किया गया. पुतले को क्रेन की सहायता से उठाकर फाउंडेशन की ओर ले जाया गया. इसके बाद पुतले को खड़ा किया गया.
221 फीट ऊंचा रावण
मेला परिसर में सीना ताने खड़ा 221 फीट का रावण दूर से ही नजर आ रहा है. ऐसे में सड़क पर चलते राहगीर भी रुककर दूर से ही रावण को देखने लगे. कई लोग रावण के साथ सेल्फी लेते रहे. रावण का पुतला दशहरा मैदान में आकर खड़ा हुआ है. शहरवासियों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. कैसे बना यह खास रावण और कैसे विश्व रिकार्ड बनाने जा रहा है, कोटा का दशहरा मेले में खड़ा हुआ यह 221 फीट का रावण आई आपको दिखाते है.
दशानन की खासियत
- 221.5 फीट पुतले की ऊंचाई
- 125 फीट चौड़ी छाती
- 90 फीट धड़
- 55 फीट ऊंचा मुकुट
- 25 फीट का चेहरा
- 50 फीट तलवार
- 40 फीट नाव आकार के जूते
- 09 टन से अधिक लगा लोहा
- 20 टन पुतले का कुल बजन
- 20 रिमोट कंट्रोल प्वाइंट्स
- 1000 फीट एलईडी लाइट
- 200 किलो सूतली
- 1500 बांस
- 4000 मीटर वेलवेट कपड़ा
- 25 कारीगरों की टीम
- 44 लाख पुतले पर खर्च
- 60 फीट ऊंचा कुंभकरण
- 03 क्विटंल ग्रीन पटाखों का उपयोग
बदला गया दहन स्थल, सीमेंट की बुनिया पर खड़ा
पुतले की विशालकाय लंबाई को देखते हुए इस बार मेला प्रशासन ने रावण दहन स्थल को विजयश्री रंगमंच से बदलकर मैदान के पूर्व दिशा में कर दिया था, जहां कच्ची जमीन को देखते हुए दहन स्थल पर 26 गुना 24 का आरसीसी का सॉलिड फाउंडेशन तैयार किया गया था. इसमें आठ स्टील की जैक वाली रोड लगाई गई थी.
Ravan Dahan
आठ लोहे के रस्से से रावण को सपोर्ट दिया गया है. पेडस्टल पर फिश प्लेट को जॉइंट किया गया. इन पर 8 नट की चूड़ियों के द्वारा रावण का पुतला खड़ा किया गया. पुतले को खड़ा करने में 220 टन एवं 100 टन की हाइड्रोलिक क्रेन काम में ली गई.
देखने में स्लिम और चेहरे से रौबदार लग रहा
रावण का पुतला पहले की अपेक्षा लंबा होने के कारण एकदम स्लिम लग रहा है. चेहरे पर बड़ी-बड़ी मूंछ रौबदार नजर आ रही है. चेहरा फाइबर ग्लास से बना है. जो 25 फीट और तीन क्विंटल वजनी है. इसके 60 फीट के मुकुट में कलर्ड एलईडी लाइट लगाई गई है. मुकुट के साथ ही, ढाल में लगी एलईडी भी दमकती नजर आ रही है.
Ravan Dahan
40 फीट की जूतियां पहनाई गई
पुतले को लाल, हरे और नीले रंग के कपड़ों से कवर किया गया है. जो बहुत ही आकर्षक नजर आ रहे हैं. रावण को इस बार भी दशानन स्वरूप में ही बनाया गया है. इसकी तलवार 50 फीट की है. 40 फीट की जूतियां पहनाई गई हैं, पुतले में रिमोट कंट्रोल के 25 पॉइंट फिट किए गए हैं.
हरियाणा में भी बना है 180 फीट का रावण
इनपुट शाकिर अली