The आनंद कुमार Show एपिसोड 2 : जानें, पढ़ाई से भागने वाले छात्रों के लिए Super-30 के आनंद कुमार का 'सफलता का मंत्र'

ऐसा क्या होता है कि बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है? वो पढ़ते तो हैं लेकिन कुछ याद नहीं रहता है. इन दिनों छात्रों के भटकाने वाले साधन बढ़ गए. कई छात्र नींद की समस्या से परेशान हैं. कामयाबी के दवाब से भी कई छात्र पढ़ाई से दूर हो जाते हैं. 'The आनंद कुमार Show' में आज चर्चा ऐसे ही एक छात्र रितेश से, जो बीते दिनों में पढ़ाई से भटक गए, फिर उन्हें आनंद सर से मार्गदर्शन मिला और वो आज एक सफल व्यक्ति है.

विज्ञापन
Read Time: 28 mins

नई दिल्ली: दुनिया आज भारत की युवा शक्ति का लोहा मान रही है. भारत के युवा हर क्षेत्र में अपना डंका बजा रहे हैं. कामयाबी के इस सफर में उनकी सालों की कड़ी मेहनत होती है. हालांकि, अभी भी देश में हजारों-लाखों ऐसे छात्र हैं, जिनमें आसमान छूने की चाहत और योग्यता है. लेकिन वो सही गाइडलान और उपयुक्त मौका नहीं मिल पाने की वजह से राह भटक जाते हैं. साथ ही डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं. NDTV की खास पेशकश 'The आनंद कुमार Show' में  जाने-माने भारतीय गणितज्ञ और शिक्षाविद आनंद कुमार ने बताया कि आखिर छात्र क्यों अचानक पढ़ाई से भटक जाते हैं और छात्रों को अपने मंजिल तक पहुंचने के लिए क्या करना चाहिए?

ऐसा क्या होता है कि बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है? वो पढ़ते तो हैं लेकिन कुछ याद नहीं रहता है. इन दिनों छात्रों के भटकाने वाले साधन बढ़ गए. कई छात्र नींद की समस्या से परेशान हैं. कामयाबी के दवाब से भी कई छात्र पढ़ाई से दूर हो जाते हैं. 'The आनंद कुमार Show' में आज चर्चा ऐसे ही एक छात्र रितेश से, जो बीते दिनों में पढ़ाई से भटक गए, फिर उन्हें आनंद सर से मार्गदर्शन मिला और वो आज एक सफल व्यक्ति है.

Advertisement

"मैं डिप्रेशन में चला गया, फिर..."
'The आनंद कुमार Show' में सुपर 30 के पूर्व छात्र रितेश कुमार ने अपनी सफलता की कहानी शेयर की. रितेश कुमार ने कहा, एक समय था कि जब मुझे पढ़ाई से डर लगता था. 10 वीं का परीक्षा परिणाम खराब रहा और मैं डिप्रेशन में चला गया. लेकिन समाज के ताने ने मुझे चोट दिया और एक बार फिर नई उर्जा के साथ तैयारी के लिए पिताजी से बात की. मैंने पिताजी से आईआईटी जेईई की तैयारी करने की बात की. मैंने बड़ा लक्ष्य साधने की कोशिश की.

Advertisement

"छोटा लक्ष्य साधना एक अपराध है..."
सुपर 30 के पूर्व छात्र रितेश कुमार ने कहा, "मैं एपीजे अब्दुल कलाम से काफी प्रभावित था. उनकी एक बात मुझे याद है कि "जब लक्ष्य साध ही रहे हो तो छोटा लक्ष्य साधने का कोई मतलब नहीं है. छोटा लक्ष्य साधना एक अपराध है और मैंने तैयारी शुरू किया. पहले बार में जेईई नहीं हुआ. फिर मुझे 'सुपर 30' के बारे में पाता चला, जहां फ्री में खाने-पीने और पढ़ने की व्यवस्था थी. मैं सुपर 30 के अप्लाई किया और मेरा सलेक्शन हो गया. सुपर 30 के 2 टेस्ट में मुझे जीरो नंबर मिला. एक टेस्ट में मुझे 3 नंबर मिला. इसके बाद आंनद सर ने मेरा हौसला बढ़ाया.

Advertisement

आनंद कुमार ने रितेश से पूछा कि इस सफलता के बाद समाज के लोग अब आपको कैसे देखते हैं? इस सवाल पर रितेश ने कहा कि जो लोग पहले समाज में मेरी असफलता देखकर ताने मारते थे. आज वो मेरी सफलता देखकर दोस्त बन गए हैं. वो आज मेरी तारीफ कर रहे हैं. हमे समाज के ताने पर ध्यान नहीं देना चाहिए. आप अपने आप को पहचानिए और आगे बढ़िए.

Advertisement

"अपने आप को पहचानिए और..." 
छात्र अमिश ने आनंद कुमार से पूछा कि सर हम अपने करियर और सफलता को लेकर कैसे निर्णय ले? इस सवाल पर आनंद सर ने कहा कि आप अपने आप को पहचानिए और आप अपना फैसला खुद करिए. पढ़िए, सोचिए. एक छात्र आमुक ने आनंद कुमार से सवाल पूछा कि सर जब आप मेरी उम्र में थे तो क्या आप भी किसी विषय के साथ स्ट्रगल करते थे. इस सवाल पर आनंद सर ने कहा कि जब हम आपके उम्र में थे तो काफी स्ट्रगल किए. बच्चपन में हमारा सपना वैज्ञानिक बनने का था. हम तरह-तरह के प्रयोग करते थे. हम बिना बिजली के रेडियो बनाते थे. वायरलेस बनाते थे. लेकिन हम गणित में पिछड़ गए. जब मुझे एहसास कि हम पिछड़ते जा रहे तो हमने विषय और थ्योरी पढ़ना शुरु किया, क्योंकि वैज्ञानिक के लिए भी थ्योरी की जरुरत होती है. बहुत सारे चीजें समझ नहीं आती थी. इसके बाद गणित में मैंने कई पेपर लिखे. जिस विषय में आप कमजोर है. उससे भागने की जरुरत नहीं है.

"मजबूत संकल्प के साथ आगे बढ़िए..."
इंदौर के एक अभिभावक दीपक जैन ने सवाल किया कि हम जब बच्चों की समस्या पर बात करते हैं या फिर उसके साथ बैठते हैं, फिर भी बच्चे परेशान रहते हैं. इस सावाल का जवाब देने के लिए आंनद सर ने मैथ के एक ट्रिक का सहारा लिया. उन्होंने कहा कि हमलोगों को समस्या की गहराई में जाना चाहिए. धीरे-धीरे आगे बढ़िए. उन्होंने कहा कि बच्चों को आंनद कुमार का मंत्रा ये है कि आप अपने विषय से प्यार करें. आप मजबूत संकल्प के साथ आगे बढ़िए.

यह शो बच्चों के मोटिवेशन के लिए है
'The आनंद कुमार Show' अब तक के सभी शो से बेहद अलग है. यह उन बच्चों के लिए है, जो आईआईटी का सपना देखता है. यह शो बच्चों के मोटिवेशन के लिए है. शो के दौरान आनंद कुमार सुपर 30 के शुरू होने के उद्देश्य के साथ उस बच्चे की कहानी बताएंगे जिससे उन्हें सुपर 30 शुरू करने के लिए प्रेरित किया है. सुपर 30 कोचिंग संस्थान शुरू करने के बारे में उन्होंने कहा कि लोग मुझे सोशल मीडिया पर, खेत में खलिहान में, हवाई यात्रा में हर जगह एक ही सवाल पूछते हैं, क्या है सफलता का मंत्र, आनंद कुमार का मंत्र पूछते हैं. इन्हीं बातों को लेकर मैं एनडीटीवी के साथ यह शो शुरू कर रहा हूं.

छात्रों के जीवन, तनाव और डिप्रेशन पर होगी चर्चा
गण‍ितज्ञ और श‍िक्षक आनंद कुमार ने कहा कि इस शो में बच्चों के सपने, माता-पिता की महत्वकाक्षांओं के साथ बच्चों के तनाव, डिप्रेशन और एनजाइटी पर भी चर्चाएं होंगी. शो के दौरान बच्चों के मोबाइल के लत के साथ सोशल मीडिया एडिक्शन पर भी खूब बातें होंगी. इससे छुटकारों पर भी बात की जाएगी.

WhatsApp करें अपना सवाल
'The आनंद कुमार Show'के दौरान आप आनंद कुमार से अपने सवाल भी पूछे सकते हैं. इसके लिए आपको https://ndtv.in/theanandkumarshow लॉगिन करना होगा. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी इस शो से जुड़ा जा सकता है, इसके लिए  #AskAnandSir टाइप करना होगा. यही नहीं WhatsApp के जरिए भी आनंद कुमार से सवाल पूछा जा सकता है. इसके लिए मैसेज को 8178999203 पर भेजना होगा.

  ये भी पढ़ें: 
The आनंद कुमार Show एपिसोड 1: "जिस पर लोग हंसते हैं, उसी के घर बसते हैं", इसलिए लोगों को हंसने दें : आनंद कुमार
The आनंद कुमार Show एपिसोड 1: डिप्रेशन के अंधेरों से निकलकर उजाले की ओर ले जाती आनंद सर की बातें

The Anand Kumar Show : पढ़ाई का तनाव और उम्मीदों का दबाव.. जानें डिप्रेशन से निकले छात्र की कहानी

Featured Video Of The Day
Top 10 International News: Pakistan Terror Attack में 50 की मौत; जानें विदेश की अन्य बड़ी खबरें