सीमापार से रुके आतंकवाद, टेरर फंडिंग पर भी लगे लगाम : SCO की बैठक में एस जयशंकर

Foreign Minister Meeting: विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने संघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में कहा कि आतंकवाद आज दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बना गया है. सीमा पार से आतंकवाद रुकना चाहिए. आतंकवाक से लड़ना SCO का मुख्य काम है.

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SCO Meet: शंघाई सहयोग संगठन की गोवा में हुई बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्‍तान पर निशाना साधा.
गोवा:

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की गोवा में हुई बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) ने पाकिस्‍तान (Pakistan) के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के सामने आतंकवाद (Terrorism) पर जमकर हमला बोला. जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद आज दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बना गया है. सीमा पार से आतंकवाद रुकना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकवाक से लड़ना SCO का मुख्य काम है. SCO के सदस्य देशों से विदेश मंत्री एस जय शंकर ने यह बात कही. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज का समय SCO में सुधार और आधुनिकीकरण का वक्त है. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी से सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान के हालात पर हमारी नजर है. 

एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है. इसे सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए. आतंकवाद का मुकाबला करना SCO के मूल जनादेशों में से एक है.

इस सम्मेलन में एस जयशंकर ने पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का SCO बैठक में दूर से ही नमस्‍ते कहकर स्वागत किया. दोनों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई. बिलावल भुट्टो-जरदारी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार को गोवा पहुंचे हैं और इसके साथ ही वह करीब 12 साल में भारत की यात्रा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री बन गए. यह 2011 के बाद से पड़ोसी देश पाकिस्तान से भारत में पहली ऐसी उच्च स्तरीय यात्रा है.

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बिलावल ऐसे समय में एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) की बैठक में हिस्सा लेने के लिये भारत आए, जब सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान के निरंतर समर्थन सहित कई मुद्दों को लेकर दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के बीच तनाव जारी है. जयशंकर ने शाम को रूस, चीन, पाकिस्तान और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के लिए एक भव्य स्वागत समारोह की मेजबानी की. इसके साथ ही समूह के दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत हुई.

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