ज़मीनी हिस्सों में शीत लहर और ठंड बढ़ने के साथ पहाड़ी हिस्सों में भी जमकर बर्फबारी होने का दौर जारी है और इस वजह से फ़रमा और व्यास घाटी की चीन सीमा से सटे उच्च हिमालयी गांवों में भी सीजन की दूसरी हिमपात हो गई है और इस वजह से ठंड का असर काफी बढ़ गया है और इसके साथ ही लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. इतना ही नहीं ठंड के कारण प्राकृतिक स्त्रोत, नल और नदी भी जम गए हैं.
बता दें कि दारमा और व्यास घाटी के उच्च हिमालयी गांवो में सीजन का दूसरी बार सोमवार देर रात से ही बर्फबारी रुक रुक कर होती रही है. जिसके कारण ठंड काफी बढ़ चुकी है इसके कारण लोगों में कई दिक्कतें हो रही है. सीमा में एसएसबी और अन्य सुरक्षाकर्मी मुस्तैद व्यास घाटी के चीन सीमा से सटे उच्च हिमालयी गांवो में सोमवार देर रात सीजन का दूसरी बार हुआ हिमपात. गांवों में लगभग तीन इंच और पहाड़ों में एक फुट से अधिक बर्फबारी की सूचना मिली है.
मंगलवार को 11वी वाहिनी एसएसबी डीडीहाट के उच्च हिमालयी क्षेत्र गुंजी 10500 फुट में तैनात 'F' समवाय गूंजी के समवाय प्रभारी निरीक्षक अविरंजन कुमार के नेतृत्व व 7 अन्य जवानों द्वारा गुंजी से नचेती गाड़ लगभग 6 किलोमीटर तक नेपाल सीमा तक गश्त का संचालन किया गया. एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि रात्रि से अत्यधिक बर्फबारी होने से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में तापमान सुबह -19 ,दिन में - 15 और रात्रि - 23 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है. जिससे ठंड भी काफी हो रही है।