बीते दिनों में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. आलम ये रहा कि दोनों राज्यों में कम से कम 27 मौतों की मौत हो गई. अब एक बार फिर से मौसम विभाग ने तेलंगाना के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव वाले क्षेत्र के प्रभाव के चलते 9 सितंबर तक तेलंगाना के कई हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले चार दिनों के लिए कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार, तटीय आंध्र प्रदेश और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में, उत्तरी आंध्र प्रदेश-दक्षिण ओडिशा तटों से दूर पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. अगले दो दिनों में इसके धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है.
यहां के लिए अलर्ट जारी
आदिलाबाद, जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, वारंगल और हनमकोंडा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. आदिलाबाद, कोमाराम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, निर्मल, निजामाबाद, जगतियाल, राजन्ना सिरसिल्ला, करीम नगर, पेद्दापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम खम्मम, नलगोंडा, सूर्यापेट, महबुबाबाद, वारंगल, हनमकोंडा, जनगांव, सिद्दीपेट, यदाद्री भुवनगिरी, रंगारेड्डी, हैदराबाद, मेडचल मल्काजगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, मेदक और कामारेड्डी जिले में अलग-अलग स्थानों पर बिजली और तेज़ हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है.
शनिवार को जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, खम्मम, महबुबाबाद, वारंगल और हनमकोंडा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, मौसम विभाग ने रविवार के लिए जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, महबूबाबाद, वारंगल और हनमकोंडा जिलों में फिर से भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है.
20 लोगों की हुई थी मौत
सोमवार (9 सितंबर) को कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने और तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. इस हफ्ते की शुरुआत में भारी बारिश और बाढ़ ने खम्मम, भद्राद्री कोठागुडेम, महबूबाबाद, सूर्यपेट, नलगोंडा और अन्य जिलों में कहर बरपाया, जिसमें कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और फसलों, सड़कों, बिजली तथा संचार टावरों और सिंचाई टैंकों को भारी नुकसान पहुंचा.
खम्मम कस्बे के कई हिस्से भी बाढ़ की चपेट में
मुन्नरू नदी के उफान पर होने के कारण खम्मम कस्बे के कई हिस्से भी बाढ़ की चपेट में आ गए. जलमग्न इलाकों में अभी भी सामान्य स्थिति बहाल नहीं हो पाई है. राज्य सरकार के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार भारी बारिश और बाढ़ से 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. राज्य सरकार ने केंद्र से बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और राज्य को तत्काल राहत के रूप में 2,000 करोड़ रुपये जारी करने का आग्रह किया है.