लालू यादव के दोनों बेटों तेजस्वी और तेजप्रताप (Tejpratap Yadav) के संबंधों में कड़ावट की खबरें काफी समय से मीडिया की सुर्खियां बटोर रही हैं. अब तेजप्रताप का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उनके समर्थक आगे आगे मिनरल वाटर डालते दिख रहे हैं. दरअसल सोमवार को खुद को जेपी का अनुयायी बताते हुए यात्रा निकाली जिस दौरान तेजप्रताप के समर्थन उनके कार्यकर्ता आगे आगे मिनरल पानी डालते दिखाई दिए.अपना अलग छात्र संगठन जनशक्ति परिषद बनाकर तेजप्रताप ने ढाई किलोमीटर की यात्रा यानी पटना के गांधी मैदान से जेपी आवास चरखा समिति कदमकुआं तक गए. कार्यकर्ताओं ने ये सब इसलिए किया क्योंकि उनके पैरों को ठंडक मिले और छाले न पड़े. खैर इसके बावजूद पैरों में छाले पड़ गए. उनके साथ साथ कार्यकर्ताओं के पैरों में भी छाले पड़े. तेजप्रताप ने भी इन छात्रों की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर डाला और इसे जेपी के संघर्ष से जोड़ा.
ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. कुछ लोगों ने तेजप्रताप के समर्थन में लिखा है कि वह यात्रा निकाल रहे हैं तो कुछ ने सवाल उठाया है कि वे कैसे जेपी के अनुयायी हैं. उन्हें ढाई किलोमीटर चलने के लिए मिनरल वाटर से गीली सड़क चाहिए, जहां हजारों लोगों को पीने का स्वच्छ पानी मुहैया नहीं हो पाता. इस तपती धूप में ही हजारों लोग बेघर होने के चलते सड़क किनारे रहने को मजबूर हैं. कुछ ने इसे पैरों के छाले नहीं दिल में पड़े छाले कहकर संबोधित किया है.
बता दें कि यहां बात सिर्फ पैरों के छालों की नहीं है. तेजप्रताप के दिल की स्थिति भी कुछ ठीक नहीं है. तेजस्वी से उनके संबंधों में खटास की बात सामने आ रही है. राबड़ी देवी ने हालांकि इन खबरों का खंडन किया और कहा कि तेजस्वी और तेजप्रताप में कोई झगड़ा नहीं है. असली झगड़ा तो जेडीयू और बीजेपी में है. बताया गया कि इसके बाद राबड़ी देवी तेजप्रताप से मिलने भी गई लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही तेजप्रताप वहां से निकल चुके थे. हाल ही में उन्होंने जगदानंद को हिटलर बताते हुए पार्टी से हटाने की मांग की थी, जिस पर कुछ नहीं हुआ, बल्कि उनके खास आकाश को ही राजद से हटा दिया गया. इसके बाद क्या था राजद का संविधान दिखाते हुए उन्होंने कोर्ट जाने की धमकी दे डाली. उनकी धमकी को भी किसी ने खास तवज्जों नहीं दी. अब वह छात्र जन शक्ति के जरिए अपने कार्यक्रम कर रहे हैं वो भी अलग झंडे और अलग निशान के साथ.