जातीय जनगणना से जुड़े सवाल का जवाब नहीं मिलने पर आरजेडी (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री पर हमला बोला है. दरअसल आरजेडी विधायकों ने शुक्रवार को विधानसभा में भी इस मुद्दे पर हंगामा किया था. तेजस्वी यादव ने ट्वीट में लिखा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी जातीय जनगणना के मुद्दे पर बस ज़ुबानी खर्च करते हैं. अगर उन्हें राज्य के संसाधन से जातीय गणना करानी होती तो अब तक आदेश पारित कर चुके होते. इस मुद्दे पर उनका चाल, चरित्र और चेहरा उजागर हो चुका है, वो अपनी पूरी राजनीति भाजपा और संघ के पास गिरवी रख चुके हैं.
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपने एक और ट्वीट में लिखा है कि केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना नहीं कराने के लिखित जवाब के बाद आठ महीनों में मुख्यमंत्री (CM) से मिलकर, पत्र लिखकर वे जातीय जनगणना की मांग कर चुके हैं. लेकिन सदन में प्रश्न पूछने पर सरकार के पास जवाब नहीं ही नहीं है, इसलिए दो बार से मेरा प्रश्न स्थगित और ट्रांसफर कर दिया जाता है. दरअसल तेजस्वी यादव को उनके प्रश्न का जवाब नहीं मिला. इस पर विधायकों ने नाराजगी जताई.
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ऐसा पहली बार नहीं है कि तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को जातीय जनगणना के सवाल पर घेरा हों. इससे पहले भी सदन में जवाब नहीं मिलने पर आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि सरकार भाग रही है और इसलिए हमारे प्रश्नों का जवाब नहीं दिया जाता. रामानुज प्रसाद ने बताया कि जातीय आधारित जनगणना के बाद सारे आंकड़े सामने आ जाएंगे तो सरकार की योजनाओंं की लूट खसोट सामने आ जाएगी. जातीय जनगणना से योजनाओं का सही लाभ मिलेगा. लेकिन लोगों को मंदिर-मस्जिद में फंसाकर उनके अधिकार से वंचित किया जा रहा है.
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