- तेजस एमके 1 ने अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक भरी, जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी भाग लिया.
- रक्षामंत्री ने हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर की दूसरी और तेजस मार्क 1 ए की तीसरी उत्पादन लाइन का उद्घाटन किया.
- एचएएल को इस वित्त वर्ष में कुल बारह जीई-404 जेट इंजन मिलने की संभावना है, जिससे उत्पादन में तेजी आएगी.
Tejas MK 1 News: तेजस एमके 1 ने आज अपनी पहली उड़ान भर ली. इसके लिए तेजस एमके 1 ने खूब तरसाया. मगर आज जब इसने उड़ान भरी तो हर कोई बस देखता ही रह गया. इस ऐतिहासिक अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे. रक्षामंत्री ने हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर (HTT) की दूसरी उत्पादन लाइन और तेजस मार्क 1 ए की तीसरी उत्पादन लाइन का भी उद्घाटन किया. वायुसेना में तेजस मार्क 1 ए के शामिल होने की की तारीख का अभी ऐलान नहीं हुआ है लेकिन एचएएल का कहना है अब बहुत जल्द ही इसे वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा. वैसे एचएएल का लक्ष्य है कि आने वाले चार सालों में भारतीय वायुसेना को 83 तेजस मार्क 1 ए विमानों की डिलीवरी पूरी कर दी जाए.
पहले देखिए वीडियो फिर जानिए इसकी ताकत
नासिक में एचएएल सुविधा में एलसीए मार्क 1ए की तीसरी लाइन और एचटीटी-40 की दूसरी लाइन के उद्घाटन के अवसर पर एचएएल निर्मित एलसीए तेजस एमके 1ए के साथ एचटीटी-40 बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट और एसयू-30 एमकेआई उड़ान भरते हुए गुजरे तो आसमान थर्रा उठा.
तेजस मार्क 1 ए की खूबियां
- तेजस मार्क 1 ए की खूबियों की बात अगर करें तो यह स्वदेशी और उन्नत डिजाइन है.
- तेजस मार्क 1 ए भारत में विकसित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट का एडवांस वर्जन है.
- यह चौथी पीढ़ी का मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है जो हल्का, तेज और अत्यधिक सटीक है.
- दिन और रात के अलावा हर मौसम में यह ऑपेरशन को बखूबी अंजाम दे सकता है.
- यह विमान करीब साढ़े 5 टन से ज़्यादा के हथियार ले जाने में सक्षम है और एक साथ कई लक्ष्यों पर सटीक प्रहार कर सकता है.
- तेजस मार्क 1 ए में नवीनतम इलेक्ट्रॉनिक रडार, बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट, और हवा में ईंधन भरने जैसी अत्याधुनिक क्षमताएं शामिल हैं.
राजनाथ सिंह का स्वैग देखिए
1 अक्टूबर को ही भारत के एचएएल को चौथा जीई-404 जेट इंजन मिला है. एचएएल को इस वित्त वर्ष के अंत तक कुल 12 जीई-404 जेट इंजन मिलने की संभावना है. ये सभी इंजन भारतीय लड़ाकू विमान तेजस मार्क-1ए में लगाए जाएंगे. एचएएल का कहना है कि इंजन आपूर्ति श्रृंखला में सुधार होने से लड़ाकू विमान तेजस एमके-1ए के उत्पादन और वायुसेना को इसकी डिलीवरी देने के कार्यक्रम में गति आएगी.