तेज प्रताप यादव ने कैंसर से जूझ रहे सुशील मोदी से की मुलाकात, कहा - "मैं उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं"

लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के पूर्व पर्यावरण मंत्री रहे तेज प्रताप यादव ने सुशील मोदी का हाल जानने के लिए उनके आवास पर उनसे मुलाकात की और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की.

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सुशील मोदी ने बुधवार को बताया था कि वो पिछले 6 महीने से कैंसर से जूझ रहे हैं.
नई दिल्ली:

बिहार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने 3 अप्रैल को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट करते हुए सभी को अपनी बीमारी की जानकारी दी थी. उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया था कि वह पिछले 6 महीनों से कैंसर से जूझ रहे हैं और आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में वो पार्टी के लिए कुछ नहीं कर पाएंगे. उन्होंने साथ ही यह भी बताया था कि उन्होंने इसकी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे दी है. इसके बाद हाल ही आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव समेत तमाम सियासी दिग्गजों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की. 

इसी बीच लालू के बड़े बेटे और बिहार सरकार के पूर्व पर्यावरण मंत्री रहे तेज प्रताप यादव ने सुशील मोदी का हाल जानने के लिए उनके आवास पर उनसे मुलाकात की और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की. सुशील मोदी से मुलाकात के बाद तेज प्रताप ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, "आज राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे पिता के प्रारंभिक राजनीतिक जीवन के साथी रहे, राज्यसभा सदस्य आदरणीय सुशील कुमार मोदी जी से उनके आवास पर मिलकर स्वास्थय लाभ की कामना की. वो जल्द स्वस्थ हों, यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है."

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बिहार के वित्तमंत्री और डिप्टी सीएम रह चुके हैं सुशील मोदी

सुशील कुमार मोदी बिहार के वित्त मंत्री और डिप्टी सीएम के अलावा राज्यसभा  सांसद भी रह चुके हैं. वैसे इस साल पार्टी ने उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा. वे राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद सहित सभी 4 सदनों के सदस्य रह चुके हैं. 5 साल तक विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं. सुशील मोदी का जन्म 5 जनवरी 1952 को पटना में हुआ. इनकी पढ़ाई पटना के सेंट माइकल स्कूल में हुई. इन्होंने बीएससी की डिग्री बीएन कॉलेज पटना से ली. इसके बाद वह जय प्रकाश नारायण द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में शामिल हुए. 

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चारा घोटाले को सामने लाने में अहम भूमिका

1990 में वह सक्रिय राजनीति में आए और पटना केंद्रीय विधानसभा से चुनाव लड़ा था.  इसे अब कुम्हार विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है.  उन्होंने पटना हाईकोर्ट में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ जनहित याचिका दायर की थी, जिसे बाद में चारा घोटाले के रूप में जाना जाता था. 2004 में वह भागलपुर के निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए लोकसभा के सदस्य बने थे. इसके बाद लगातार बिहार की राजनीति में वह अहम भूमिका निभाते रहे. 

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