अदाणी समूह पर अमेरिका में लगे आरोप अंतरराष्ट्रीय साजिश, राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला का दावा

राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने संसद से लेकर सड़क तक पर केवल अदाणी समूह को निशाना बनाए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जब जवाब आ गया है तो उद्योगपतियों को इस तरह निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.

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नई दिल्ली:

राजनीतिक विश्वेषक तहसीन पूनावाला ने कहा है कि अदाणी समूह पर अमेरिका में लगाए गए आरोप अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा हो सकते हैं. पूनावाला ने कहा कि अमेरिका में पेश इनडाइटमेंट कथित रिश्वत के लेन-देन को लेकर कोई सबूत नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस इनडाइटमेंट में गौतम अदाणी, विनीत जैन और सागर अदाणी के नाम नहीं हैं. पूनावाला ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए. यह भारत के हित में होगा.  पूनावाला ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि अदाणी समूह जिन बंदरगाहों का अधिग्रहण कर रहा है, वे रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण हैं. 

एनडीटीवी से तहसीन पूनावाला ने कहा कि यह सोचने वाली बात है कि अदाणी समूह को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अदाणी समूह जिन बंदरगाहों का अधिग्रहण कर रहा है, वो बहुत अधिक रणनीतिक महत्व के हैं. इससे भारत को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि अदाणी समूह को निशाना बनाना एक अंतरराष्ट्रीय साजिश हो सकती है.इसलिए आपको इस मामले के सभी पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस इनडाइटमेंट  में गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत अदाणी का नाम नहीं है.इसके अलावा इसमें रिश्वत देने को लेकर कोई सबूत नहीं दिए गए हैं.  ऐसे में इस इनडाइटमेंट (चार्जशीट) का कोई महत्व नहीं है. 

बिना सबूतों वाला इनडाइटमेंट

उन्होंने कहा कि अदाणी समूह की ओर से आया यह स्पष्टीकरण बहुत महत्वपूर्ण है कि इस मामले में गौतम अदाणी, उनके भतीजे (सागर अदाणी)और विनीत जैन का नाम इस मामले में नहीं है. यह बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मैंने अमेरिका में पेश इनडाइटमेंट (चार्जशीट) को पढ़ा है. उसमें यह भी नहीं बताया गया है कि यह षड्यंत्र और रिश्वतकांड कैसा है. इसके अलावा उसमें इस  बात का कोई दस्तावेज नहीं दिया गया है कि यह कथित रिश्वतकांड कब और कहां हुआ.आपको यह साबित करना होगा कि यह  भ्रष्टाचार हुआ है. इसमें आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का नाम है, लेकिन यह नहीं बताया गया है कि भ्रष्टाचार कब और कहां हुआ.

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पूनावाला ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा है.लेकिन अगर कुछ सवाल उठते हैं तो सवाल पूछना विपक्ष का अधिकार है.लेकिन अदाणी समूह के जवाब के बाद बात यहीं खत्म हो जानी चाहिए. पूनावाला ने संसद से लेकर सड़क तक पर केवल अदाणी समूह को ही निशाना बनाए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि जब जवाब आ गया है तो मुझे लगता है उद्योगपतियों को इस तरह निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ सवाल हैं, उनके जवाब आने के बाद इस मामले को यहीं पर रोक देना चाहिए. यह भारत के हित में होगा.

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अदाणी ग्रीन एनर्जी ने क्या कहा है

दरअसल अदाणी ग्रीन एनर्जी (AGEL) ने बुधवार को एक्सचेंज फाइलिंग जानकारी दी. इसमें कहा गया है कि गौतम अदाणी, सागर अदाणी और वरिष्ठ कार्यकारी विनीत जैन पर अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) के आरोपपत्र में अमेरिकी विदेश भ्रष्टाचार कानून (FCPA) के तहत कोई आरोप नहीं हैं.कंपनी ने कहा है कि अदाणी ग्रुप के अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर विभिन्न मीडिया ग्रुप ने जो खबरें छापी गई हैं,वो भी गलत हैं. 

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