स्कूल पहुंचने के लिए कमर भर पानी में चलने को मजबूर शिक्षक, हाथ में चप्पल और सिर पर कॉपी ले जाते आए नजर

परीक्षा पत्र चेक करने के काम में लगे शिक्षक अपने माथे पर जांचने वाली कॉपी और हाथों में अपने चप्पल-जूते और कंधे पर अपना बैंग टांगकर जान को जोखिम में डालते हुए अपने कर्तव्य का पालन करने जाते नजर आए.

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दरभंगा:

बिहार के दरभंगा जिले में बाढ़ का असर साफ-साफ देखने को मिल रहा है. जानकारी के मुताबिक जमालपुर पंचायत के भभौल गांव में देर रात कोसी के तटबंध टूटने की वजह से सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसी बाढ़ ग्रस्त इलाके के तिकेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक अपनी जान जोखिम में डालकर पेपर चेक करने के लिए स्कूल के लिए निकल पड़े. 

परीक्षा पत्र चेक करने के काम में लगे शिक्षक अपने माथे पर जांचने वाली कॉपी और हाथों में अपने चप्पल-जूते और कंधे पर अपना बैंग टांगकर जान को जोखिम में डालते हुए अपने कर्तव्य का पालन करने जाते नजर आए.

इस तस्वीर को देखकर समझा जा सकता है कि शिक्षकों में विभाग के अधिकारियों का खौफ कितना ज्यादा भरा है कि कमर से ऊपर तक इलाके में बाढ़ का पानी रहने के बावजूद माथे पर मूल्यांकन वाली कॉपी को रखकर स्कूल जा रहे हैं. उन्हें यह भी स्कूल जाते वक्त नहीं पता है कि स्कूल में बैठने की जगह भी सुरक्षित है कि वहां भी बाढ़ के पानी ने अपना डेरा जमा लिया है.

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