राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने तमिलनाडु (Tamilnadu) के तंजावुर जिले में रथयात्रा के दौरान करंट लगने से लोगों की मौत पर बुधवार को दुख व्यक्त किया और कहा कि यह एक ऐसा हादसा है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. तमिलनाडु के तंजावुर जिले में एक मंदिर की ओर से बुधवार तड़के निकाली गई रथयात्रा के दौरान करंट लगने से 11 लोगों की मौत हो गई. ये लोग एक ‘हाईटेंशन ट्रांसमिशन लाइन' के संपर्क में आ गए थे.
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘‘ तंजावुर में जुलूस के दौरान करंट लगने से बच्चों सहित अन्य लोगों की मौत एक भयानक दुर्घटना है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.''
पुलिस ने कहा कि यह घटना उस समय हुई जब लोग मंदिर की पालकी पर खड़े थे, पालकी कालीमेडु के अप्पर मंदिर में एक हाई-ट्रांसमिशन लाइन के संपर्क में आ गई. अधिकारियों ने कहा कि मंदिर की पालकी को मोड़ने के समय ओवरहेड लाइन के संपर्क में आने के कारण यह भीषण हादसा हुआ.
अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मारे गए लोगों में दो बच्चे भी शामिल हैं साथ ही गंभीर रूप से झुलसे तीन सहित 15 लोगों को इलाज के लिए तंजावुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है. तिरुचिरापल्ली के मध्य क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक वी बालकृष्णन ने हादसे को लेकर कहा है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.