तमिलिसाई सुंदरराजन आज एक बार फिर बीजेपी में शामिल हो गई हैं. बता दें कि उन्होंने सोमवार सुबह ही तेलंगाना और पुदुचेरी की राज्यपाल के पद से इस्तीपा दिया था. बीजेपी में शामिल होने के बाद तमिलिसाई ने कहा, "राजनीति में मेरी वापसी कोई जुआ नहीं है. मैं लोगों की सेवा करना चाहती हूं और नरेंद्र मोदी को दोबारा से प्रधानमंत्री बनने में उनकी मदद करना चाहती हूं. मेरी वापसी का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि तमिलनाडु बीजेपी के उम्मीदवारों में कमी है".
उन्होंने आगे कहा, "मैं पार्टी की ताकत को बढ़ाऊंगी. मैं तमिलनाडु की एक सीट से लोकसभा चुनाव 2024 लड़ूंगी. मैंने तेलंगाना सरकार को कमजोर नहीं किया है बल्कि ये तेलंगाना सरकार है, जिसने मुझे कमजोर किया था. क्योंकि मेरे लिए किसी प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं किया गया था. मैं एक राजनीतिक राज्यपाल नहीं थी बल्कि एक व्यावाहरिक राज्यपाल थी. मैंने संवैधानिक प्रतिरक्षा का दुरुपयोग नहीं किया है. तमिलनाडु बीजेपी का समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ अच्छा गठबंधन है."
वहीं डीएमके पर निशाना साधते हुए तमिलिसाई ने कहा, "डीएमके का घोषणापत्र पुराना है और पुरानी कहानियों से भरा है. डीएमके को अपने वादों को तब लागू करना चाहिए था जब वे केंद्र में सत्ता में थे".
गौरतलब है कि 62 वर्षीय तमिलिसाई सुंदरराजन ने नवंबर 2019 में तत्कालीन राज्य के दूसरे राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी और फरवरी 2021 में उन्हें पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था. सूत्रों के मुताबिक तमिलिसाई तमिलनाडु के तीन लोकसभा क्षेत्रों में से किसी एक से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. इसमें थूथुकुडी सीट भी शामिल है जो वर्तमान में सत्तारूढ़ डीएमके की कनिमोझी के पास है.
तमिलिसाई सुंदरराजन ने इस सीट से 2019 का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें बुरी तरह हरा दिया गया था. उन्होंने 2009 में चेन्नई (उत्तर) सीट से भी चुनाव लड़ा था लेकिन तब भी वह डीएमके के टीकेएस एलंगोवन से हार गई थीं.