तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 17 वर्षीय एक छात्रा की बुधवार को दर्दनाक मौत हो गई. छात्रा ने कुछ दिन पहले ही हॉस्टल की वॉर्डन पर दुर्व्यवहार के आरोप और जबरन ईसाई धर्म कबूल करवाने से जुड़े आरोप लगाते हुए जहर पी लिया था. लड़की की मौत के बाद एक असत्यापित वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पीड़िता ने संदेह जताया है कि उसके परिवार ने अगर अपनी आस्था को बदलने से इंकार किया तो वॉर्डन द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा सकता है. हालांकि एनडीटीवी इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता.
वीडियो में लड़की को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि दो साल पहले उन्होंने मेरे माता-पिता और मुझे ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहा था. उन्होंने कहा किवे मेरी शिक्षा का ध्यान रखेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें धर्म परिवर्तन न करने के लिए निशाना बनाया जा सकता है तो उन्होंने कहा कि- हां हो सकता है.छात्रा के माता-पिता ने भी धर्म परिवर्तन के आरोपों की जांच की मांग की है.
बता दें कि हायर सेकेंडरी की छात्रा ने 9 जनवरी को आत्महत्या का प्रयास किया था और 19 जनवरी को उसकी मौत हो गई थी. हॉस्टल वार्डन को जुवेनाइल एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. साथ ही छात्रा के आरोपों के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए धाराएं भी लगाई गई हैं. छात्रा ने आरोप लगाया था कि उसे सफाई करने के लिए मजबूर किया जाता था.
वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि न तो लड़की और न ही उसके परिवार ने कथित तौर पर धर्म परिवर्तन की शिकायत की थी. तंजावुर एसपी रावली प्रिया गंधपुनेनी ने एनडीटीवी से कहा कि हमने छात्रा की मृत्यु से पहले न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान का वीडियो रिकॉर्ड किया है. उन्होंने धर्मांतरण के बारे में कुछ नहीं कहा है. न ही उनके माता-पिता ने ये आरोप लगाया है. अब हम इस आरोप की भी जांच कर रहे हैं.
(अगर आपको सहायता की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं)
हेल्पलाइन :
1) वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ - 9999666555 अथवा help@vandrevalafoundation.com
2) TISS iCall - 022-25521111 (सोमवार से शनिवार तक उपलब्ध - सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक)
इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने जिन्होंने नाबालिग लड़की का वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया है ने निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है. धर्मांतरण को तेजी से फैलने वाला जहरीला पौधा बताते हुए अन्नामलाई ने राज्य सरकार ने इस पर सख्त नियंत्रण की बात की है.