आय कर विभाग (Income Tax Department) के अधिकारियों ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन डीएमके के वरिष्ठ नेता और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव (Tamilnadu Assembly Elections) में उम्मीदवार ईवी वेलु (E V Velu) के ठिकानों पर छापेमारी की है. आयकर अधिकारियों ने कहा कि यह छापेमारी 6 अप्रैल के राज्य में होने वाले चुनाव के लिए "नकदी आदान-प्रदान के विश्वसनीय सूचना" पर आधारित थी.
अधिकारियों के मुताबिक इस छापेमारी में डीएमके नेता के ठिकानों से 3.5 करोड़ कुरये कैश बरामद किए गए हैं. इससे पहले गुरुवार को भी आयकर विभाग के अधिकारियों ने वेलु के 10 ठिकानों पर छापे मारे थे. इसबीच, डीएमके ने छापेमारी को ''राजनीतिक रूप से प्रेरित'' तथा सत्ता का ''दुरुपयोग'' करार देते हुए इसकी निंदा की है और सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक तथा उसके गठबंधन साझेदार बीजेपी को इसके लिये जिम्मेदार बताया है.
संदिग्ध कर चोरी के मामले में आयकर विभाग की छापेमारी गुरुवार की सुबह भी हुई थी. वेलु का संबंध तमिलनाडु के तिरुवन्नमलई जिले से है. 70 वर्षीय वेलु तिरुवन्नमलई सीट से डीएमके उम्मीदवार हैं. वह पांच बार इस सीट से विधायक रहे हैं. और डीएमके सरकार में खाद्य मंत्री रह चुके हैं.
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पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एम के स्टालिन के बाद दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले दुरईमुरुगन ने पत्रकारों से कहा कि "डीएमके इस छापेमारी को राजनीतिक रूप से प्रेरित मानती है." उन्होंने कहा कि आयकर विभाग ने एक कालेज समेत वेलु के एक अतिथि गृह पर भी छापेमारी की, जहां स्टालिन ठहरे हुए हैं. यह निंदनीय है. दुरईमुरुगन ने कहा कि ये कार्रवाई द्रमुक का मनोबल नहीं गिरा सकती, उल्टा इससे केवल सहानुभूति तथा वोट हासिल होंगे.