अफगानिस्तान (Afghanistan) की तालिबान सरकार (Taliban Government) ने शनिवार को कहा कि खुद को तालिबान बताने वाले बंदूकधारियों ने पूर्वी अफगानिस्तान में एक शादी में संगीत को रोकने के लिए हमला किया और कम से कम तीन लोगों की हत्या कर दी. तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तीन हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि हमलावर इस्लामी आंदोलन के लिए काम कर रहे थे.
उन्होंने कहा, "कल रात, नांगरहार के शम्सपुर मार घुंडी गांव में हाजी मलंग जान की शादी में तीन लोगों ने खुुद को तालिबान बताया और उसके बाद संगीत बजना बंद हो गया." उन्हाेंने कहा, "इस गोलीबारी के परिणामस्वरूप, कम से कम तीन लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हो गए." घटना के सिलसिले में तालिबान ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और एक अन्य की फिलहाल तलाश की जा रही है.
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मुजाहिद ने कहा, "अपराधियों को पकड़ा गया है, जिन्होंने अपने निजी झगड़े को अंजाम देने के लिए इस्लामिक अमीरात के नाम का इस्तेमाल किया है, उन्हें शरिया कानून का सामना करने के लिए सौंप दिया गया है."
तालिबान सरकार के नांगरहार प्रांत में प्रवक्ता काजी मुल्ला अदेल ने घटना की पुष्टि की है. हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. पीड़ितों के एक रिश्तेदार ने कहा कि तालिबान लड़ाकों ने संगीत बजता देखकर गोली चलाई.
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अफगानिस्तान में तालिबान की पिछली सरकार के वक्त संगीत बजाना प्रतिबंधित था. हालांकि नई सरकार ने अभी तक इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया है, फिर भी तालिबान नेतृत्व मनोरंजन के लिए इसके उपयोग से नाराज है और इसे इस्लामी कानून के उल्लंघन के रूप में देखता है.
पीड़ितों के रिश्तेदार ने कहा, "युवक एक अलग कमरे में संगीत बजा रहे थे और तालिबान के तीन लड़ाके आए और उन पर गोलियां चला दीं. दो घायलों की चोटें गंभीर हैं."