उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी (BJP) छोड़कर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) अब पडरोना की जगह फाजिल नगर सीट से चुनाव लड़ेंगे. मौर्य पडरौना सीट से तीन बार से जीत हासिल कर रहे हैं.ऐसे में यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या हाल ही में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह से डरकर मौर्य ने सीट बदली है? आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही स्वामी प्रसाद के सीट बदलने की संभावनाएं जताई जा रही थीं.
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मौर्य अब समाजवादी पार्टी के टिकट से कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से भाग्य आजमाएंगे. हालांकि उनके लिए यह लड़ाई भी आसान नहीं होगी. इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने NDTVl से बातचीत में कहा " मैं पडरौना की जनता का बहुत शुक्रगुजार हूं . मैं किसी से डरता नहीं हूं. मुझे अखिलेश यादव ने कहा कि फ़ाज़िलनगर से लड़ना है. आरपीएन सिंह को लेकर मौर्य ने कहा, ''आरपीएन सिंह मेरे सामने कुछ भी नहीं हैं . पडरौना से सपा जिसे टिकट देगी,वह आरपीएन सिंह को हराएगा. आरपीएन जहां से लड़ेंगे, मैं उनके ख़िलाफ़ प्रचार करूंगा.' मौर्य ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा" बीजेपी ख़ुद घबराई हुई हैं इसलिए केंद्रीय मंत्री को मैदान में उतार रही है. उन्होंने कहा कि पल्लवी पटेल को हमने केशव मौर्य के सामने उतारा. बीजेपी डाल-डाल तो हम पात-पात हैं.
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गौरतलब है, आरपीएन सिंह पडरौना सीट से 1996, 2002 और 2007 में विधायक रहे हैं. यहां 'राजा साहब' के नाम से भी पुकारे जाने वाले आरपीएन कुर्मी-सैंथवार जाति से आने वाले है. बता दें पडरौना में कुर्मी वोटरों की संख्या काफी है और अपने इलाके के सजातीय वोटों पर उनकी खासी पकड़ मानी जाती है.