स्वामी चैतन्यानंद दिल्ली की अदालत से मांग रहे अग्रिम जमानत, जानिए अदालत में क्या किए दावे

पुलिस ने अग्रिम ज़मानत देने का विरोध किया.  उन्होंने कहा कि उन्हें धोखाधड़ी से 20 करोड़ रुपये वसूलने हैं. भागने के बाद उन्होंने 60 लाख रुपये निकाल लिए हैं.

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  • दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट की जमीन ट्रस्ट बनाकर हड़पने का स्वामी चैतन्यानंद पर आरोप है.
  • स्वामी चैतन्यानंद ने आरोपों को सुनियोजित बताया और कहा कि उनके खिलाफ बिना जांच के तीन एफआईआर दर्ज की गईं हैं.
  • पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद पर धोखाधड़ी से करोड़ों रुपये वसूलने का आरोप है.
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दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट की ज़मीन ट्रस्ट बनाकर हड़पने के आरोपी स्वामी चैतन्यानंद उर्फ ​​स्वामी पारसनाथ की अग्रिम ज़मानत याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई शुरू हो रही है. स्वामी चैतन्यानंद धोखाधड़ी मामले में दर्ज एफआईआर में अग्रिम ज़मानत मांग रहे हैं. चैतन्यानंद के वकील ने कहा कि यह उनके खिलाफ एक सुनियोजित कार्रवाई थी. जब उन्होंने 19 सितंबर को दिल्ली स्थित आश्रम छोड़ा, तो उनके खिलाफ सुनियोजित तरीके से तीन एफआईआर दर्ज की गईं.

चैतन्यानंद ने खुद को बताया पाक-साफ

बिना किसी जांच के एफआईआर दर्ज कर दी गई ताकि वह वापस न आ सकें. वकील अग्रिम ज़मानत पर बहस जारी रखे हुए हैं. चैतन्यानंद के वकील ने कहा कि न तो ज़मीन बेची गई है और न ही कोई बिक्री पत्र लिखा गया है. ट्रस्टी इसके नाम पर ट्रस्ट चला रहे हैं. वकील ने चैतन्यानंद की तरफ से कहा, "मेरे पास अधिकार थे, लेकिन मैंने उसका दुरुपयोग नहीं किया. यह ट्रस्ट 15 साल से चल रहा है और जब से मैं ट्रस्ट में आया हूं, मेरे खिलाफ साजिशें शुरू हो गई हैं. मुझे सुरक्षा दी जानी चाहिए. इस मामले में हिरासत में पूछताछ की क्या ज़रूरत है? हम जांच के लिए पुलिस के सामने पेश होने को तैयार हैं."

संयुक्त राष्ट्र नंबर का कर रहे इस्तेमाल

तब अदालत ने पुलिस से पूछा कि हिरासत में पूछताछ की क्या ज़रूरत है? पुलिस ने अग्रिम ज़मानत देने का विरोध किया.  उन्होंने कहा कि उन्हें धोखाधड़ी से 20 करोड़ रुपये वसूलने हैं. भागने के बाद उन्होंने 60 लाख रुपये निकाल लिए हैं. उन्हें 10 जगहों पर ले जाया जाएगा, जिससे वसूली की जा सके. वे जिस संयुक्त राष्ट्र नंबर का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह सब फ़र्ज़ी है. वहीं  चैतन्यानंद के वकील ने कहा कि मुरली पूरे ट्रस्ट पर कब्ज़ा करना चाहता है और साज़िश रच रहा है.

एक और करतूत सामने आई

स्वयंभू बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती की एक-एक करतूत सामने आ रही है. स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ दर्ज 2016 की एफआईआर में कई चौंकानेवाले खुलासे हुए हैं. बाथरूम में सीसीटीवी, डर्टी मैसेज, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक प्रताड़ना जैसे कई आरोप स्वयंभू बाबा पर एफआईआर में लगाए गए हैं.

साल 2016 में FIR करवाने वाली छात्रा ने बताया, 'मैं संस्थान में केवल 8 महीने पढ़ी थी, उसके बाद मैंने वहां पढ़ाई छोड़ दी थी. वो मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दौर था. संस्थान ज्वॉइन करते ही बाबा मुझे अश्लील मैसेज भेजने लगा. मुझे बेबी और स्वीट गर्ल बुलाने लगा. शाम को 6:30 बजे क्लास खत्म होने के बाद वो मुझे अपने ऑफिस में बुलाता और मुझे परेशान करता. वो कहता था- मैं बहुत टैलेंटेड हूं और वो मुझे दुबई ले जाकर पढ़ाएगा और पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएगा. मै ये बिल्कुल नहीं चाहती थी, लेकिन उसका स्टाफ मुझ पर दबाव बनता रहता था.' 

कौन है चैतन्यानंद

बाबा चैतन्यानंद एक प्रख्यात प्राध्यापक, लेखक, वक्ता, शिक्षाविद् और क्वांटम चेतना के प्रतिपादक है. बाबा चैतन्यानंद शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिज़नेस से एमबीए और पीएचडी है. उन्होंने कई पोस्ट डॉक्टरेट डिग्रियां और डी.लिट. भी प्राप्त की है और साथ ही उन्हें भारत और विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से सात मानद डी.लिट. की उपाधियां भी प्राप्त है. वो अमेरिका और ब्रिटेन के कॉर्पोरेट गवर्नेंस संस्थान और अखिल भारतीय प्रबंधन संघ के विशिष्ट फेलो भी हैं.

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चैतन्यानंद के डर्टी आरोप

चैतन्यानंद के आश्रम में रह रही 17 छात्राओं ने संचालक बाबा चैतन्यानंद पर छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया है. इस बाबा पर छेड़खानी के दो मामले ओडिशा में भी दर्ज हैं. पहला मामला साल 2009 जबकि दूसरा 2016 में दर्ज कराया गया था. पुलिस की जांच में पता चला है दिल्ली के इस आश्रम में बाबा चैतन्यानंद केयरटेकर और संचालक भी था.वो इसी आश्रम में रह रहा था. बाबा चैतन्यानंद पर आरोप लगाने वाले लड़कियों ने कोर्ट में दिए अपने बयान में कहा है कि बाबा उन्हें लगातार ब्लैकमेल कर रहा था. साथ ही उन्हें किसी से कुछ बोलने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी देता था.