कुवैत से मुंबई कैसे पहुंची संदिग्ध बोट? नाव पर सवार तीनों भारतीय मछुआरे गिरफ्तार

मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया  के पास मुंबई पुलिस की गश्ती नौका चैत्राली की इस पर नजर पड़ी. तब ये हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
मुंबई:

मुंबई में फिर एक संदिग्ध नाव एजेंसियों की नजर से बचकर किनारे तक पहुंच गई. हालांकि पुलिस की गश्ती नाव की उसपर नजर पड़ गई और रोक कर जब पुछताछ की गई तो पता चला कि नाव कुवैत की है और अवैध रूप से भारत आई है. लेकिन खतरे की बात यह है कि ये नाव कुवैत से मुंबई चली आई  लेकिन किसी एजेंसी की नजर इस पर नहीं पड़ी.! मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया  के पास मुंबई पुलिस की गश्ती नौका चैत्राली की इस पर नजर पड़ी. तब ये हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ.

हालांकि नाव में सवार तीनों भारतीय मछुआरे निकले और उनके पास से कुछ भी संदिग्ध नही मिला. लेकिन चूंकि उन्होंने भारत में प्रवेश के लिए उचित प्रक्रिया का पालन नही किया था इसलिए तीनों के खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम के उल्लंघन का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. 

पुलिस के मुताबिक जब्त नाव मछली पकड़ने वाली है और इसका नाम अब्दुल शरीफ है. नाव पर सवार तीनों मछुआरे  तमिलनाडु में कन्याकुमारी के रहने वाले हैं और उनके नाम नित्सो डिट्टो,शिशु विजय विनय एंथोनी और जे. सहयंता अनीश है. 

तमिलनाडु के एक एजेंट कैप्टन मदन ने उन्हे दो साल पहले कुवैत भेजा था. वहां वे अब्दुला शरीफ की नाव अब्दुला शरीफ 1 पर मछुआरे के रूप में काम कर रहे थे. लेकिन इन दो सालों में नाव मालिक ने काम का एक भी पैसा नही दिया उल्टे उन्हे पीटता था.परेशान अछुआरों ने जब मालिक से अपना भारतीय  पासपोर्ट मांगा तो मालिक ने उन्हें पासपोर्ट नहीं दिया और नौकरी छोड़कर भागने पर जान से मारने की धमकी दी.

Advertisement

जिसके बाद तीनों ने मिलकर भागने का प्लान बनाया और 28 जनवरी को नाव लेकर भारत की तरफ समंदर में निकल गए और 8 दिन बाद मुंबई किनारे पहुंचे.बहरहाल मुंबई पुलिस ने तो अपना काम बखूबी किया लेकिन नौसेना और कोस्ट गार्ड की भूमिका सवालों में है. अब संदिग्ध नाव के पकड़े जाने के बाद पुलिस के साथ आईबी, नौसेना, कोस्टगार्ड, इमिग्रेशन , एटीएस जैसी एजेंसियां जांच पड़ताल में जुटी हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें-:

Featured Video Of The Day
India-Middle East-Europe Rail Corridor, 2047 के विकसित भारत का रास्ता? | NDTV India
Topics mentioned in this article