सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने CAA पर बयान देने वाले एडवोकेट को जज बनाने की सिफारिश दोहराई

जवाब में कहा गया है, "एडवोकेट सुंदरेसन ने वाणिज्यिक कानून में विशेषज्ञता हासिल की है और यह बॉम्बे हाईकोर्ट के लिए एक एसेट होगा जिसमें अन्य शाखाओं के अलावा वाणिज्यिक और प्रतिभूति कानूनों के मामले बड़ी मात्रा में हैं. "

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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे HC के जज के रूप में सोमशेखर सुंदरेसन की नियुक्ति की सिफारिश दोहराई
नई दिल्‍ली:

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने एक और मामले में केंद्र को जवाब दिया है. इसने नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA पर बयान देने वाले एडवोकेट को भी जज बनाने की सिफारिश दोहराई. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट के जज के रूप में एडवोकेट सोमशेखर सुंदरेसन को नियुक्त करने की पिछले साल की सिफारिश दोहराई है. कॉलेजियम ने कहा है कि सोशल मीडिया पर अपने विचारों का उपयोग यह अनुमान लगाने के लिए नहीं किया जा सकता है  कि वह अत्यधिक पक्षपाती विचार वाला व्यक्ति है. कॉलेजियम ने सिफारिश में लिखा है, "संविधान के अनुच्छेद 19(1) (ए) के तहत सभी नागरिकों को बोलने और अभिव्यक्ति की आज़ादी का अधिकार है. एक उम्मीदवार द्वारा विचारों की अभिव्यक्ति उसे तब तक एक संवैधानिक पद धारण करने से वंचित नहीं करती है जब तक कि जज पद के लिए प्रस्तावित व्यक्ति सक्षमता, योग्यता और सत्यनिष्ठा वाला व्यक्ति है." 

दरअसल बॉम्बे हाईकोर्ट के कॉलेजियम ने 04 अक्टूबर 2021 को एडवोकेट सोमशेखर सुंदरेसन के नाम की सिफारिश की थी. 16 फरवरी 2022 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्ति के लिए सोमशेखर सुंदरेसन के नाम की सिफारिश की थी.  25 नवंबर, 2022 को सरकार ने उक्त सिफारिश पर पुनर्विचार की मांग की थी.  केंद्र की आपत्ति यह थी कि उन्होंने कई मामलों पर सोशल मीडिया में अपने विचार प्रसारित किए हैं जो अदालतों के विचाराधीन विषय हैं. हालांकि,  सोमशेखर सुंदरेसन के नाम को दोहराते हुए कॉलेजियम ने कहा, "जिस तरह से उम्मीदवार ने अपने विचार व्यक्त किए हैं, वह इस अनुमान को सही नहीं ठहराता है कि वह "अत्यधिक पक्षपाती विचारों वाले व्यक्ति" हैं या वह "सरकार की महत्वपूर्ण नीतियों, पहलों और निर्देशों पर सोशल मीडिया पर चुनिंदा आलोचनात्मक" रहे हैं . और न ही यह इंगित करने के लिए कोई सामग्री है कि उम्मीदवार द्वारा उपयोग किए गए भाव किसी भी राजनीतिक दल के साथ मजबूत वैचारिक झुकाव के साथ उसके संबंधों का संकेत देते हैं. " 

जवाब में कहा गया है, "एडवोकेट सुंदरेसन ने वाणिज्यिक कानून में विशेषज्ञता हासिल की है और यह बॉम्बे हाईकोर्ट के लिए एक एसेट होगा जिसमें अन्य शाखाओं के अलावा वाणिज्यिक और प्रतिभूति कानूनों के मामले बड़ी मात्रा में हैं. " इसलिए, कॉलेजियम बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में सोमशेखर सुंदरेसन, एडवोकेट की नियुक्ति के लिए 16 फरवरी 2022 की अपनी सिफारिश को दोहराने का प्रस्ताव करता है.
 

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