"राजस्‍थान की राजनीति सबसे आसान है" : राज्‍यसभा चुनाव में हार से पहले बोले थे Zee ग्रुप के सुभाष चंद्रा

राज्‍यसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्‍म होने के बाद सुभाष चंद्रा ने बीजेपी सहित अपने सभी समर्थकों को धन्‍यवाद दिया था. चंद्रा ने कहा था "वे अच्‍छी खबर की उम्‍मीद लगाए हैं. "

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निर्दलीय प्रत्‍याशी के तौर पर चुनाव मैदान पर उतरे चंद्रा को बीजेपी ने समर्थन दिया था
जयपुर:

Rajya Sabha election results: राजस्‍थान राज्‍यसभा चुनाव के नतीजे आने के कुछ घंटों पहले मीडिया दिग्‍गज सुभाष चंद्रा ने राजस्‍थान की सियासत को सबसे आसान बताया था. निर्दलीय प्रत्‍याशी के तौर पर चुनाव मैदान पर उतरे चंद्रा को बीजेपी ने समर्थन दिया था, बावजूद इसके उन्‍हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. जी ग्रुप के चेयरमैन चंद्रा का राज्‍यसभा का मौजूदा कार्यकाल 1 अगस्‍त को खत्‍म हो रहा है. उनकी सीट पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने जीत हासिल की. राजस्‍थान की राज्‍यसभा की चार सीटों में सत्‍तारूढ़ कांग्रेस ने तीन पर जीत हासिल की है जबकि एक बीजेपी के खाते में गई है. जहां कांग्रेस के मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी  जीते हैं, वहीं बीजेपी के घनश्‍याम तिवारी को भी सफलता मिली है.    

राज्‍यसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्‍म होने के बाद सुभाष चंद्रा ने बीजेपी सहित अपने सभी समर्थकों को धन्‍यवाद दिया था. चंद्रा ने कहा था "वे अच्‍छी खबर की उम्‍मीद लगाए हैं. " उन्‍होंने रिपोर्टर्स से कहा था, "मैं उम्‍मीद रखे हूं. जीतूं या न जीतूं, मैं शांति से रहूंगा. राजस्‍थान की राजनीत सबसे आसान है. मैंने महाराष्‍ट्र और हरियाणा को करीब से देखा है.. यह यहां आसान है." चौ‍थी सीट पर बीजेपी के कुछ सदस्‍यों की क्रास वोटिंग के कारण उनकी संभावनाएं प्रभावित हुईं. बीजेपी की एमएलए शोभा रानी कुशवाहा ने क्रास वोटिंग की. जीत के लिए एक प्रत्‍याशी को 41 वोट की जरूरत थी लेकिन चंद्रा को 30 वोट ही मिल पाए, इसमें बीजेपी से 27 और आरएलपी से तीन वोट थे. वे जीत के लिए जरूरी आंकड़े से 11 वोट दूर रह गए.  बीजेपी के राजस्‍थान में 71 विधायक हैं, मजे की बात यहै कि पार्टी के आधिकारिक प्रत्‍याशी घनश्‍याम तिवारी को दो अतिरिक्‍त वोट मिले. 

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