आगरा की सभी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला, बीजेपी ने बड़े चेहरे पर लगाया दांव

अनुसूचित जाति का वोट पाने के लिए बीजेपी ने अपने सबसे बड़े चेहरे बेबी रानी मौर्या को सीटिंग विधायक का टिकट काटकर आगरा देहात से चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी को यहां ज्यादातर सीटों पर बीएसपी से कड़ी टक्कर मिल रही है.

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आगरा में सपा गठबंधन भी त्रिकोणीय सियासी लड़ाई में फायदा उठाने की जुगत में है.

आगरा:

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आगरा जिले की सभी 9 सीटों पर बीजेपी का बीएसपी और सपा गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. कभी आगरा बीएसपी का गढ़ माना जाता रहा है लेकिन पिछले चुनावों में अनुसूचित समाज के छिटकने से बीजेपी ने सभी सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बीच अनुसूचित जाति का वोट पाने के लिए बीजेपी ने अपने सबसे बड़े चेहरे बेबी रानी मौर्या को सीटिंग विधायक का टिकट काटकर आगरा देहात से चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी को यहां ज्यादातर सीटों पर बीएसपी से कड़ी टक्कर मिल रही है, इसी के चलते एक मंत्री समेत तीन सीटिंग विधायकों का टिकट भी काटा गया है. बीजेपी के कुछ लोग अब उनके नाम के बीच जाटव भी लगा रहे हैं. बेबी रानी उसको गलत नहीं मानती हैं.

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आगरा देहात से बीजेपी प्रत्याशी बेबी रानी का कहना है कि मौर्या लगने से कई लोग मुझे पिछड़ा मान लेते हैं, लेकिन मैं जाटव हूं. इसे लगाने में क्या हर्ज है.

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बीएसपी के लिए आगरा कितना अहम है, इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि मायावती ने अपने प्रचार की शुरुआत यहीं से की थी. अब बीएसपी के महासचिव सतीश मिश्रा लगातार यहां चुनाव प्रचार करके दूसरी जातियों को साधने में लगे हैं. बेबी रानी मौर्या के खिलाफ मैदान में किरन प्रभा केसरी हैं. पति दरोगा हैं और पहली बार बीएसपी के टिकट पर ये कड़ी टक्कर दे रही हैं. किरन प्रभा केसरी का कहना है कि मैं बेबी रानी के खिलाफ नहीं लड़ रही हैं, बल्कि मेरा मुकाबला करने के लिए उनको राज्यपाल से इस्तीफा दिलवा कर यहां से लड़वाया जा रहा है.

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आगरा में सपा गठबंधन भी त्रिकोणीय सियासी लड़ाई में फायदा उठाने की जुगत में है. इसी के चलते जेल में बंद बाहुबली अशोक दीक्षित की बेटी रुपाली दीक्षित चुनावी मैदान में हैं. दुबई की नौकरी छोड़कर फतेहाबाद में अब वह झोली फैलाकर वोट मांग रही हैं. रुपाली दीक्षित का कहना है कि लोग कहते हैं कि आपको तीन मिनट के मुलाकात में ही टिकट मिल गया. जी मैंने अखिलेश जी से मुलाकात की और तीन सेकेंड में कहा शिक्षित, महिला और युवाओं के लिए मैं कुछ करना चाहती हूं.

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बता दें कि आगरा की लगभग सभी 9 सीटों पर अनुसूचित जाति समाज के वोटरों की खासी तादात है लेकिन सत्ता में रहने के चलते बीजेपी से लोगों की शिकायतें तमाम हैं. ताजमहल से महज दस किमी दूर इलाके में  जलभराव की समस्या है. कई इलाकों में जल भराव की समस्या घर से बाहर निकलना मुहाल है.

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