Startup Outlook 2024: नए साल में स्टार्टअप इकोसिस्टम में मजबूत वृद्धि की उम्मीद

Startups in India 2023: इस साल यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या में गिरावट आई है. वेंचर कैपिटलिस्ट कंपनी फंडामेंटम पार्टनरशिप के अनुसार, इस साल नवंबर तक यूनिकॉर्न की संख्या 110 से घटकर 72 हो गई.

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Startup Ecosystem: एक अनुमान के अनुसार, भारतीय स्टार्टअप ने 2023 में करीब 15,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.
नई दिल्ली:

Startup Ecosystem in India 2023: फंडिग की कमी और कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करने के तौर-तरीकों से जुड़ी समस्याओं ने 2023 में देश के स्टार्टअप क्षेत्र को प्रभावित किया. जिससे इस क्षेत्र में वेंचर कैपिट इनवेस्टमेंट (venture capital investment) घटकर केवल आठ अरब अमेरिकी डॉलर के आसपास रह गया. निवेशकों को नए साल में परिपक्व स्टार्टअप इकोसिस्टम में मजबूत वृद्धि की उम्मीद है. वैश्विक महामारी के दौरान तेजी से बढ़ने वाले शिक्षा व स्वास्थ्य से जुड़े टेक प्लेटफॉर्म ने इस साल वित्तीय अनिश्चितताओं का सामना किया. कई कंपनियों ने अपना कारोबार बंद कर दिया. बायजू और फार्मेसी जैसी प्रमुख कंपनियों के मार्केट वैल्यूएशन में 85-90 प्रतिशत तक की गिरावट आई.

भारतीय स्टार्टअप ने 2023 में करीब 15,000 से अधिक कर्मचारियों को निकाला
एक अनुमान के अनुसार, भारतीय स्टार्टअप ने 2023 में करीब 15,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. टिकाऊ बिजनेस मॉडल के साथ-साथ अच्छी पूंजी वाले स्टार्टअप के मौजूदा उथल-पुथल से पार पाने की उम्मीद है. 2024 इनके लिए उम्मीद की किरण के साथ-साथ ‘‘चुनौतीपूर्ण'' रह सकता है.

वेंचर कैपिटल फर्म लाइटस्पीड के अनुसार, दो साल का उच्च या निम्न चक्र वास्तव में उन कंपनियों को प्रभावित नहीं करता जो 8-10 साल की अवधि में खड़ी हुई हैं. वेंचर कैपिटल फर्म लाइटस्पीड ने बायजूस, मैजिकपिन और ओयो जैसी कंपनियों में निवेश किया है. लाइटस्पीड के साझेदार राहुल तनेजा ने कहा, ‘‘ इस प्रकार हम वर्तमान स्थिति को हमारे पारिस्थितिकी तंत्र की वृद्धि का एक हिस्सा मानते हैं. समेकन होगा, मूल्यांकन में सुधार होगा और यहां तक कि कुछ कंपनियां बंद भी होंगी लेकिन कुल मिलाकर अंत में वृद्धि होगी.''

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वेंचर कैपिट इनवेस्टमेंट 2023 में करीब आठ अरब अमेरिकी डॉलर
डेट फंड स्ट्राइड वेंचर्स की मैनेजिंग पार्टनर अपूर्व शर्मा ने कहा कि सामान्य तौर पर सभी ऋणदाता बेहद सतर्क रहे हैं और प्राथमिक ध्यान संपत्ति की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘ औसत आकार पहले से ही करीब 20 करोड़ रुपये के दायरे में है, जो 2021 में 45-50 करोड़ रुपये के करीब था. यदि आप वेंचर कैपिट इनवेस्टमेंट को देखें तो यह 2021 में करीब 35 अरब अमेरिकी डॉलर, 2022 में करीब 25 अरब अमेरिकी डॉलर रहा. यह 2023 में करीब आठ अरब अमेरिकी डॉलर होगा. इसमें हर साल गिरावट आ रही है.''

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यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या में भी गिरावट
वहीं यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या में भी गिरावट आई है. वेंचर कैपिटलिस्ट कंपनी फंडामेंटम पार्टनरशिप के अनुसार, इस साल नवंबर तक यूनिकॉर्न की संख्या 110 से घटकर 72 हो गई. फंडामेंटम पार्टनरशिप के प्रिंसिपल प्रतीक जैन ने कहा, ‘‘ नवंबर 2023 तक भारत में 72 यूनिकॉर्न कंपनियां थीं, जबकि पिछले साल यह संख्या 110 थी.''

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आईवीकैप वेंचर्स के संस्थापक एवं मैनेजिंग पार्टनर विक्रम गुप्ता ने कहा कि 2021-2023 के बीच करीब 30 यूनिकॉर्न की स्थिति में बदलाव देखा गया. लाइटस्पीड के तनेजा का मानना है कि 2024 दोनों खंडों के लिए रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रहेगा.
 

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