पाक ने आधी रात किया हाई स्पीड मिसाइल अटैक.
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए 7 मई की रात पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर उसके 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर क्या किया पाकिस्तान तो बौखला उठा. हालांकि भारत ने ये साफ कर दिया था कि हिसाब बराबर हो गया. उन्होंने किसी आम नागरिक को निशाना नहीं बनाया सिर्फ आतंकियों पर सटीक हमले किए. हैरानी की बात ये है कि मारे तो आतंकी गए थे फिर न जाने पाकिस्तान इतना क्यों बौखलाया हुआ है. गुरुवार के बाद शुक्रवार रात एक बार फिर उसने यही हिमाकत दोबारा की. इस बार टारगेट और भी बड़ा था. रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए पाक ने देश की 26 जगह पर हवाई घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम के आगे वह टिक न सका. पाक की इस नापाक हरकत को दो सैन्य अफसरों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने एक बार फिर से उजागर किया है.
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26 से ज्यादा जगहों पर हवाई घुसपैठ
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने पश्चिमी सीमाओं पर लगातार आक्रमक गतिविधियां जारी रखी हैं. उसने ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, युद्धक हथियार और लड़ाकू विमानों का उपयोग कर भारतीय सैन्य ढांचे को निशाना बनाया. अंतरराष्ट्रीय सीमा और LoC पर पर श्रीनगर से नलिया तक 26 से अधिक स्थानों पर हवाई घुसपैठ की कोशिश की. हालांकि भारतीय सेना ने अधिकांश हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम किया.
हाई-स्पीड मिसाइल दागी, हुए नाकाम
पाकिस्तान ने पंजाब के एयरबेस को निशाना बनाने के लिए रात 1:40 बजे हाई-स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल किया. लेकिन अपने नापाक मंसूबों में वह कामयाब नहीं हो सका. चिंता का विषय यह रहा कि पाकिस्तान ने लाहौर से उड़ान भरने वाले नागरिक विमानों की आड़ लेकर अंतरराष्ट्रीय हवाई मार्गों का दुरुपयोग किया ताकि वो अपनी गतिविधियां छिपा सकें. हलांकि वह कामयाब नहीं हो सका.
बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, फिर मुंह की खाई
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने श्रीनगर,अवंतीपुर और उधमपुर के वायुसेना अड्डों पर चिकित्सा केंद्र और स्कूल परिसर को निशाना बनाया. यूकैब ड्रोन, लॉन्ग रेंज वेपन और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कर भारत के सैन्य ढांचे को निशाना बनाने की कोशिश की. नियंत्रण रेखा पर भी ड्रोन घुसपैठ की गई. भारी हथियारों से गोलीबारी की गई. वायुसेना स्टेशन उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर, भुज, बठिंडा स्टेशन उपकरण और जवानों को हानि पहुंचाने की कोशिश की. लेकिन भारतीय सेना ने भी उसे माकूल जवाब दिया. एक बार फिर उसे मुंह की खानी पड़ी.