श्रीनगर में तेजाब हमले में 24 वर्षीय एक महिला के गंभीर रूप से घायल होने के एक दिन बाद शहर के मेयर ने आज शाम उसे अपना एक महीने का वेतन सौंप दिया, जबकि उन्होंने आरोपी को शीघ्र सजा मिलने की उम्मीद जताई. महिला पर श्रीनगर के डाउनटाउन इलाके में तेजाब फेंक कर हमला किया गया था. मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. मेयर जुनैद अजीम मट्टू ने श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में 24 वर्षीय महिला से मुलाकात की, जहां गंभीर चोटों के बाद उसका इलाज चल रहा है. इस हमले की घाटी में व्यापक निंदा की जा रही है, लोगों में आक्रोश है. सभी सामाजिक और राजनीतिक समूहों ने पुलिस से आरोपियों के लिए अनुकरणीय दंड सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.
मट्टू ने ट्वीट किया, "आज एसिड अटैक पीड़िता के माता-पिता से डीएलएसए और आईसीपीएस टीम के साथ एसएमएचएस अस्पताल में मुलाकात की. परिवार को मेरा एक महीने का मानदेय मेरी एकजुटता और समर्थन के एक विनम्र प्रतीक के रूप में सौंप दिया."
उन्होंने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पूरी वित्तीय सहायता और महिला के सर्वोत्तम संभव इलाज के लिए पत्र लिखेंगे. पुलिस ने कहा कि एक विशेष जांच दल ने घटना की सूचना के 24 घंटे से भी कम समय में आज तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस ने कहा कि आरोपियों में से एक सज्जाद अल्ताफ राथर ने एसिड हमले की योजना बनाई, जबकि अन्य दो ने उसकी मदद की. सज्जाद एक फार्मेसी में काम करता है. अधिकारियों ने कहा कि उसने कथित तौर पर नृशंस कृत्य करने की योजना बनाई क्योंकि लड़की ने उसके साथ रिश्ते के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. एसआईटी का नेतृत्व एसपी नॉर्थ जोन (श्रीनगर) राजा जुहैब कर रहे थे.
पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "क्योंकि मामला गंभीर था, श्रीनगर पुलिस ने तुरंत एसपी उत्तर राजा जुहैब की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया. प्रारंभिक क्षेत्र की जांच और तकनीकी विश्लेषण के दौरान, एक संदिग्ध का नाम सामने आया, जिसके कारण मुख्य आरोपी साजिद अल्ताफ राथर की गिरफ्तारी हुई."
पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई का सभी ने स्वागत किया. पीड़िता श्रीनगर में एक स्थानीय व्यापार इकाई में काम करती थी. कल शाम घर लौटते समय उस पर हमला किया गया था. पुलिस के मुताबिक साजिद पिछले कुछ समय से महिला का पीछा कर रहा था और उसके प्रस्ताव को ठुकराने के बाद उसने एसिड अटैक की योजना बनाई. पुलिस ने तेजाब देने वाली एक कार की दुकान को भी सील कर दिया है, क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने इसकी बिक्री और खरीद पर रोक लगा दी है.