नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने स्पाइसजेट एयरवेज (SpiceJet Airways)को एक नोटिस जारी कर उस घटना को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसके तहत 10 जनवरी को बेंगलुरु जाने वाले यात्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट के एयरोब्रिज पर एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा था. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. वैसे, एयरलाइंस ने अपने बयान में कहा है कि यह देर, मौसम की गड़बड़ी के कारण हुई जिसके चलते आने वाले क्रू को आने में निर्धारत समय से ज्यादा वक्त लगा. स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा, "10 जनवरी 2023 को स्पाइसजेट की फ्लाइट SG 8133 (दिल्ली-बेंगलुरु) में मौसम की गड़बड़ी और विमान की पिछली फ्लाइट के डिले होने के कारण देरी हुई थी. इसके परिणामस्वरूप आने वाले क्रू को बेंगलुरु की फ्लाइट को संचालित करने की पात्रता नहीं थी. ऐसे में अन्य आने वाली फ्लाइट से क्रू की व्यवस्था की गई थी जिसकी ड्यूटी समय सीमा के अनुसार वैध थी. "
एयरलाइन के प्रवक्ता ने आगे बताया कि कि दिल्ली एयरपोर्ट पर बोइंग विमान के लिए 'टर्नअराउंड टाइम' औसतन 40-45 मिनट है, जबकि इस विशेष फ्लाइट के लिए टर्नअराउंड टाइम औसत टर्नअराउंड टाइम से करीब 20 मिनट अधिक था. प्रवक्ता के अनुसार, "चूंकि यात्रियों ने सुरक्षा जांच पूरी कर ली थी, इसलिए उनसे एरोब्रिज पर इंतजार करने का अनुरोध किया गया था. इस फ्लाइट के सभी यात्रियों को सर्विस रिकवरी वाउचर दिए गए थे." इस फ्लाइट के यात्रियों में से एक ने सोशल मीडिया पर एयरोब्रिज पर इंतजार कर रहे सहयात्रियों का वीडियो शेयर किया था.
एक वीडियो में कुछ यात्रियों को पानी मांगते हुए सुना गया था. इस यात्री ने वीडियो के साथ इंस्टाग्राम पर लिखा है, "मैं यह बात समझता हूं कि कभी-कभी फ्लाइट में देर हो जाती है, लेकिन यात्रियों को बोर्डिंग गेट पार कराना, फिर उड़ान के गेट बंद करना और अपने यात्रियों को इन दो तरीकों में से किसी से आगे नहीं जाने देना और बीच में बंद करना अच्छी बात नहीं है." इस यात्री ने आगे लिखा, "जब यात्रियों ने बोर्डिंग गेट खोलने के लिए कहा ताकि वे वेटिंग एरिया में वापस आराम कर सके तो अधिकारियों ने इनकार कर दिया और गायब हो गए. जब सीनियर सिटीजंस ने पानी मांगा क्योंकि वहां पर वे एक घंटे से अधिक समय तक बंद थे और पानी नहीं था तो अधिकारियों ने पानी नहीं दिया और कहा कि गेट खुल जाने के बाद फ्लाइट में पानी मांगो. जब लोगों ने यह पूछा कि इसमें कितना समय लगेगा तो उनके पास इसका कोई जवाब नहीं था."
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