धराली आपदा पर सपा सांसद टी एस हसन का विवादित बयान
- उत्तराखंड के धराली में आई प्राकृतिक आपदा में कई लोग मलबे में फंसे हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
- सपर के पूर्व सांसद एस टी हसन ने आपदा के लिए मस्जिदों और मजारों के गिराए जाने को ऊपर वाले का इन्साफ बताया है.
- हसन ने जंगलों से पेड़ों की कटाई को आपदा का कारण बताया और धार्मिक स्थलों को बुलडोजर से बचाने की बात कही है.
उत्तराखंड के धराली में आई प्राकृतिक आपदा पर सियासत शुरू हो गई है. एक ओर धराली में सेना अभी जिंदगियों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर जुटी हुई है. वहीं, दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एस टी हसन ने उत्तराखंड के धराली में आई प्राकृतिक आपदा पर विवादित बयान दिया है. एस टी हसन ने उत्तराखंड और हिमाचल में आई आपदा के लिए मस्जिदों और मज़ारों के गिराए जाने पर इसे ऊपर वाले का इंसाफ़ बताया है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है, एस टी हसन के बोल बिगड़े हैं, इससे पहले भी वह कांवड यात्रा से लेकर कई अन्य मुद्दों पर आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं.
ये आपदाएं वहां क्यों आ रही हैं...?
एस टी हसन समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं. लेकिन इस बार एस टी हसन का बेतुका बयान अखिलेश यादव के लिए भी परेशानी का सबब बन सकता है. एस टी हसन से जब उत्तराखंड के धराली में आई आपदा के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'सैकड़ों लोग मलबे में दबे हुए हैं. ये बड़ी दुख भरी घटना है, क्योंकि वहां गांव का गांव साफ हो गया है. वहां इतनी बारिश भी नहीं हो रही थी, तब ऐसी आपदा वहां आई है. ये आपदाएं वहां क्यों आ रही हैं? हमें इस बात पर विचार करना चाहिए.'
जब उसका इंसाफ होता है...
समाजवादी पार्टी के नेता यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, 'धराली में आई आपदा का एक बड़ा कारण जंगलों से पेड़ों का कटना है. हमने जंगलों के साथ बड़ी नाइंसाफी की है. लगातार पेड़ों को काटा जा रहा है, जिससे कटान बढ़ रहा है. एक बात यह भी है कि उत्तराखंड और हिमाचल में दूसरों के मजहब का कोई सम्मान नहीं हो रहा है. मैं तो कहता हूं कि किसी भी धार्मिक स्थल के ऊपर फिर चाहे वो दरगाह हो, मस्जिद हो या फिर मंदिर, बुलडोजर नहीं चलना चाहिए. इस दुनिया को चलाने वाला कोई और है. जब उसका इंसाफ होता है, तो फिर वो इंसान किसी भी तरह से खुद को नहीं बचा पाता है.'
जख्मों पर नमक मिर्च लगाने वाला बयान
बीजेपी के यूपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने एस टी हसन को उनके बयान पर आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा, 'प्राकृतिक आपदाएं संपूर्ण मानवता के लिए दुखदाई होती हैं. सपा सांसद का बयान जख्मों पर नमक मिर्च लगाने वाला है. प्राकृतिक आपदा को मजहबी खांचे में बांटना शर्मनाक है. किसी को भी ऐसा नहीं करना चाहिए. सपा ऐसे सांसद को दंडित करने की बजाय प्रोत्साहित करती है.'
बता दें कि बीते मंगलवार को बादल फटने के कारण खीरगाड़ बरसाती नाले में आयी भीषण बाढ़ में आधा धराली गांव तबाह हो गया और कई लोग लापता हो गए हैं. सेना के जवानों के साथ-साथ कई एजेंसियां धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. अभी तक 1300 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है. लेकिन अभी तक काफी लोग फंसे हुए हैं.