दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं लगाने पर लगने वाले 500 रुपये के जुर्माने को समाप्त कर सकता है और शहर में कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में लगातार हो रही कमी के मद्देनजर अस्पतालों में तैनात कर्मचारियों तथा उपकरणों को भी चरणबद्ध तरीके से कम करेगा. सूत्रों ने गुरुवार को इस आशय की जानकारी दी. उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना की अध्यक्षता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में आज हुई डीडीएमए (दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) की बैठक में राष्ट्रीय राजधानी (National Capital) में कोविड हालात की समीक्षा की गई और कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए अस्पतालों को दिए गए संसाधनों की भी समीक्षा की.
डीडीएमए ने अप्रैल में हुई अपनी अंतिम बैठक में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया था और इसका उल्लंघन करने वालो पर 500 रुपये जुर्माने का प्रावधान किया था. बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया कि आज हुई बैठक में आईएलआई-एसएआरआई मामलों की निगरानी बढ़ाने का फैसला लिया गया ताकि शुरुआती चेतावनी का पता चल सके. उन्होंने बताया कि वहीं, एहतियाती टीके की खुराक लगवाने को मौजूदा 24 फीसदी से बढ़ाकर कम से कम 40-50 प्रतिशत करने पर भी सहमति बनी.
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सूत्र ने बताया, ‘‘अस्पतालों में तैनात कर्मचारियों और उपकरणों को चरणबद्ध तरीके से कम किया जाएगा और स्वास्थ्य विभाग (किसी भी आपदा से निपटने के लिए) कार्य योजना तैयार करेगा.'' बैठक में जीनोम सीक्वेंसिंग के आंकड़ों के विश्लेषण पर भी जोर दिया गया ताकि मामलों की संख्या में वृद्धि या किसी नये स्वरूप के सामने आने पर पता चल सके. वहीं विशेषज्ञ सदस्यों ने जोर दिया कि हमें अभी ढीला नहीं पड़ना चाहिए. वहीं दिन में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कोविड-19 टीके की बूस्टर खुराक लेने को कहा.
केजरीवाल ने ट्वीट किया है, ‘‘उपराज्यपाल साहिब की अध्यक्षता में आज डीडीएमए की मीटिंग (बैठक) हुई. कोरोना की मौजूदा स्थिति का जायज़ा लिया. कई अहम निर्णय हुए. सभी दिल्लीवासियों से अपील है कि सब लोग वैक्सीन (टीके) की बूस्टर डोज़ ज़रूर लगवायें. त्योहारों के सीज़न में अपने परिवार को कोरोना से सुरक्षित रखें. कोरोना से बचने के लिए सभी एहतियात बरतें.''