- अनुराग ठाकुर ने कहा कि सोनिया गांधी का नाम वोटर लिस्ट में नागरिकता मिलने से पहले जुड़ा था.
- अनुराग ठाकुर ने बताया कि सोनिया गांधी को भारतीय नागरिकता 1983 में मिली.
- अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पीढ़ियों से घुसपैठियों को संरक्षण देते आए हैं.
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और वोट चोरी को लेकर सियासी संग्राम बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वोट चोरी पर लंबी चौड़ी प्रेस कान्फ्रेंस कर चुनाव आयोग को घेरा था. अब इस पर बीजेपी ने पलटवार कर सोनिया गांधी की नागरिकता वाला बम फोड़ा है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि सोनिया गांधी को नागरिकता मिलने के तीन साल पहले ही उनका नाम वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है.
अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि कांग्रेस की पुरानी आदत है कि आरोप लगाओ और भाग जाओ. ये वो लोग हैं जो पीढ़ियों से घुसपैठियों को संरक्षण देते रहे हैं.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैं आपसे ये साफ कर देना चाहता हूं कि ईवीएम पर सवाल उठाना तो कांग्रेस की पुरानी आदत रही है. आज कांग्रेस जिस तरह से आयोग पर आप लगा रही है. उससे ये साफ है कि वो वोटर का अपमान कर रही है. कांग्रेस देश को वोटरों को नीचा दिखा रही है. उन्होंने कहा कि हारते ये हैं और इल्जाम चुनाव आयोग और बीजेपी पर लगा देते हैं. इनकी हालत वैसी है कि धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करते रहे.
वहीं, बीजेपी आईडी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से इतर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर दावा किया कि सोनिया गांधी का वोटर आईडी कार्ड उन्हें देश का नागरिकता मिलने से पहले ही मिल गया था. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी का वोटर कार्ड भारत की नागरिकता लेने से पहले ही बनाया जा चुका था. अनुराग ठाकुर ने कहा कि सोनिया गांधी का नाम 1980 में वोटर लिस्ट में शामिल हुआ और उन्हें नागरिकता 1983 में मिली.