देश को हिला देने वाले राजा रघुवंशी हत्याकांड में मुख्य आरोपी सोनम और उसके कथित प्रेमी राज को और दो दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया है. बाकी तीन आरोपियों को 14 दिन की जुडिशल कस्टडी में भेजा गया है. मेघालय पुलिस ने गुरुवार को पांचों आरोपियों, जिनमें मुख्य आरोपी सोनम भी शामिल है की रिमांड बढ़ाने की मांग की. पांचों की आठ दिन की रिमांड गुरुवार को खत्म हो रही थी. कोर्ट ने सोनम और राज की रिमांड दो दिन बढ़ा दी, लेकिन बाकी तीन आरोपियों को जुडिशल कस्टडी में भेज दिया. पुलिस अब सोनम और राज से दो दिन और पूछताछ कर पाएगी. इस सनसनीखेज मामले में कई रहस्य अभी भी अनसुलझे हैं, और पुलिस इन गुत्थियों को सुलझाने के लिए गहन जांच कर रही है. आखिर सोनम के कौन-कौन से 'राज' अभी बाकी हैं, और पुलिस क्या जानना चाहती है, जानिए
क्या पैसे देकर की गई हत्या?
पुलिस को इस हत्याकांड की साजिश की पूरी परतें खोलनी हैं. अब तक की जांच में पता चला है कि सोनम और राज के बीच गहरी दोस्ती थी. पूछताछ में सोनम ने दावा किया कि उसने यह काम दोस्ती की खातिर किया, लेकिन पुलिस को शक है कि इसके पीछे कोई बड़ा मकसद या आर्थिक लेनदेन हो सकता है. जांच में सामने आया कि सोनम को खर्चे के लिए 50 हजार रुपये दिए गए थे. सवाल यह है कि क्या यह रकम केवल खर्चे के लिए थी, या हत्या की साजिश का हिस्सा थी?
राज ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिए थे सिम
एक नया खुलासा इस मामले को और पेचीदा बनाता है. राज ने फर्जी दस्तावेजों से एक सिम कार्ड लिया था, जिसके जरिए वह सोनम से बात करता था. पुलिस को अब तक चार में से तीन मोबाइल फोन नहीं मिले हैं, जिनमें सोनम और राजा के दो-दो फोन शामिल हैं. इन फोनों में मौजूद डेटा साजिश की कई कड़ियां जोड़ सकता है.
क्या इस साजिश में कोई छठा व्यक्ति भी है शामिल?
पुलिस को शक है कि इस साजिश में कोई छठा व्यक्ति भी शामिल हो सकता है. साथ ही, सोनम के परिवार वालों पर भी जांच की तलवार लटक रही है. क्या सोनम ने यह सब अकेले किया, या परिवार की सहमति थी? यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या सोनम ने दोस्ती के नाम पर हत्या की, या उसे इसके लिए पैसे का लालच दिया गया?